समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की मुश्किलें बढती हुईं नजर आ रही है. लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने रामचरितमानस पर टिप्पणी करने को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर ली है. पुलिस मंगलवार को चार्जशीट दाखिल की है. इस चार्जशीट में पुलिस ने स्वामी प्रसाद को दोषी बताया है. बता दें कि इस मामले में शिवेंद्र मिश्रा ने 24 जनवरी को हजरतगंज थाने में सपा नेता पर धार्मिक भावनाएं आहत करने समेत कई धाराओं में केस दर्ज कराया था. अब पुलिस ने इसी मामले में चार्जशीट दाखिल की है.
पुलिस का कहना है कि इस केस की विवेचना के दौरान सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा दिए गए वीडियो बयान की पूरी जांच कराई गई. जांच के दौरान ये बात सामने आई कि जो बयान दिया गया वो आरोपी का ही था. जिसके बाद उन्हे एक नोटिस भी भेजा गया था. अब इस मामले की जांच पूरी कर चार्जशीट दाखिल की गई है.
स्वामी प्रसाद ने की थी रामचरितमानस को बैन करने की मांग
स्वामी प्रसाद के रामचरितमानस को लेकर दी गई विवादित टिप्पणी के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया था. हर किसी ने उनके इस बयान को गलत बताया था. सपा नेता ने कहा था कि रामचरितमानस की कुछ पक्तियों को विवादित बताया था और उसे बैन करने की मांग की थी.
वहीं बता दें कि सबसे पहले रामचरितमानस को लेकर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने विवादित बयान दिया था उनके बयान का काफी विरोध हुआ. इसके बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी रामचरितमानस पर टिप्पणी कर इस विवाद की आग में घी डालने का काम किया. गौरतलब है कि चंद्रशेखर ने विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि रामचरितमानस में उल्लेखित कूड़ा कचरे को साफ करने की जरूरत है. उन्होंने कहा ऐसे कई दोहें हैं जिन्हे बदलने की जरूरत है. चंद्रशेखर ने बयान देते हुए कहा था कि मैं रामचरितमानस पर बोलता रहूंगा. मैं चुप नहीं रहूंगा.