भारतीय सेना ने महिला अधिकारियों को आर्टिलरी रेजिमेंट में अनुमति देकर महिलाओं की भूमिका का विस्तार किया है। महिला अधिकारियों के पहले बैच को भारतीय सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट में शामिल किया गया। चेन्नई के अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (OTA) में सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने के बाद 5 महिला अधिकारी आज आर्टिलरी रेजिमेंट में शामिल हुईं हैं। आर्टिलरी की रेजिमेंट में कमीशन की जा रही पांच महिला अधिकारियों (डब्ल्यूओ) को उनके पुरुष समकक्षों (19 पुरुष अधिकारियों को भी आर्टिलरी में कमीशन किया जाता है) के समान अवसर और चुनौतियां प्रदान की जा रही हैं।
इन युवा महिला अधिकारियों को सभी प्रकार की आर्टिलरी इकाइयों में तैनात किया जा रहा है, जहां उन्हें चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में रॉकेट, मीडियम, फील्ड और सर्विलांस एंड टारगेट एक्विजिशन (SATA) और उपकरणों को संभालने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण और एक्सपोजर मिलेगा। DG आर्टिलरी आदोष कुमार ने बताया कि रेजीमेंट आर्टिलरी के लिए महिला अधिकारियों का हमारे साथ स्वागत करने का यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। हमें उनकी क्षमता पर पूरा भरोसा है और यकीन है कि वे भविष्य में कमांड आर्टिलरी यूनिट सहित अपने संबंधित भविष्य में बहुत अच्छा कार्य करेंगी।
लेफ्टिनेंट रेखा सिंह ने बताया कि मेरे पति के शहीद होने के बाद मैंने आर्मी में शामिल होने का फैसला लिया। आज मेरा प्रशिक्षण पूरा हो गया है और मैं लेफ्टिनेंट बन गई हूं। उन्होंने कहा कि आज मेरे और मेरे परिवार के लिए एक गर्व का क्षण है। मैं अन्य महिला उम्मीदवारों को यही कहना चाहूंगी कि आप स्वयं में विश्वास रखिए और जो करना चाहती हैं उसके लिए कदम उठाइए। लेफ्टिनेंट महक सैन ने कहा कि यह मेरे लिए बहुत गर्व का क्षण है। मुझे पूरा यकीन है कि हम सभी अपनी भूमिकाओं के साथ न्याय करेंगे और संगठन को अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे।