बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस)अधिकारी की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काटने के बाद रिहा किए गए पूर्व सांसद आनंद मोहन कोलेकर बवाल खड़ा करने के लिए शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। पटना में पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश ने आनंद की रिहाई पर सवाल उठा रही प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा का नाम लिए बिना उसकी ओर इशारा करते हुए कहा, मुझे आश्चर्य है कि जेल से रिहा हुए 27 कैदियों में से सिर्फ एक व्यक्ति के बारे में इतनी चर्चा की जा रही है
जेल नियमों में संशोधन को लेकर निशाने पर आए नीतीश ने कहा जिन लोगों को इससे समस्या हो रही है उन्हें पता होना चाहिए कि ऐसा क्यों किया गया। उन्होंने कहा कि हमने 2016 में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए मॉडल जेल मैनुअल का पालन किया है, जिसमें हत्या के आरोपियों को अलग-अलग श्रेणियों में नहीं रखा है। आनंद को गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी. कृष्णैया की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था। कृष्णैयाको 1994 में एक भीड़ ने पीट-पीट कर मार डाला था।सहरसा जिले की एक जेल में बंद रहे आनंद की रिहाई का कृष्णैया के हैदराबाद में रहने वाले परिवार और आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन ने विरोध किया है।
हालांकि नीतीश ने बताया कि आनंद को 15 साल से अधिक समय सलाखों के पीछे बिताने के बाद ही रिहा किया गया है, जो आजीवन कारावास के दोषियों के लिए निर्धारित 14 वर्ष की सजा से अधिक है।” उन्होंने भाजपा के इस आरोप पर भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की किराजपूत जाति से संबंध रखने वाले बाहुबली नेता आनंद मोहन को मुक्त करके महागठबंधन चुनाव में उनका उपयोग करेगा। नीतीश ने दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास के नवीनीकरण पर भारी खर्च को लेकर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधने के लिए भाजपा की निंदा की। उन्होंने कहा, दिल्ली और दूसरे राज्यों में चुनाव जीतने वालों पर इसी तरह निशाना साधा जाता है। जिन राज्यों में जो मजबूत हैं, उनकी इस तरह आलोचना होती रहती है। मैं किसी भी व्यक्ति पर इस तरह कीचड़ उछालने का समर्थन नहीं करता।