बॉलीवुड की बेबाक अदाकारा कंगना रनौत हर मुद्दे पर अपनी राय खुलकर जाहिर करती हैं. उन्हें अपने विचार सभी के साथ शेयर करना काफी पसंद है. अपने बयानों के चलते कई बार एक्ट्रेस विवादों में भी फंसती हैं मगर वो अलग अलग मुद्दों पर अपनी राय जाहिर करने से पीछे नहीं हटतीं. इस बीच सुप्रीम कोर्ट में चल रही सेम सेक्स मैरिज की सुनवाई के दौरान उन्होंने जेंडर और सेक्शुअल प्रेफ्रेंस पर अपनी बात रखी है.
कगंना रनौत ने अपने ट्वीट्स में जेंडर और सेक्शुअल प्रेफरेंसेस को लेकर बात की है. कंगना के मुताबिक किसी शख्स को उसके जेंडर और सेक्शुएलिटी के आधार पर इंसाफ नहीं करना चाहिए और जो लोग करते हैं, वे जीवन में बहुत आगे तक नहीं बढ़ पाते हैं. कंगना ने उन लोगों पर भी तंज कसा है जो अपने जेडर को अपनी पहचान बनाकर उसे जगह- जगह फ्लॉन्ट करते हुए नजर आते हैं.
कंगना ने अपने लेटेस्ट ट्वीट्स में जेंडर न्यूट्रैलिटी के बारे में लिखा. कंगना ने ट्वीट के जरिए लोगों को समझाने की कोशिश है कि आप चाहे कोई भी हों एक पुरुष / महिला हों / कुछ और आपके जेंडर से किसी कोई फर्क नहीं पड़ता है. इस जमाने में हम एक्ट्रेसेस और फीमेल डायरेक्टर्स जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करते हैं. हम लोग उन्हें एक्टर्स और डायरेक्टर कहते हैं. आप इस दुनिया में क्या कर रहे हैं ये आपकी आइडेंटिटी है, न कि आप बिस्तर पर क्या करते हैं.
कंगना के मुताबिक आपकी सेक्शुअल प्रिफरेंसेस कुछ भी हो वह बस बेड तक रहनी चाहिए. उन्हें अपना आइडेंटिटी कार्ड न बनाकर हर जगह मत फ्लॉन्ट कीजिए. एक्ट्रेस ने एक बार फिर दोहराया कि आपका जेंडर आपकी पहचान नहीं है. वह खुद ग्रामीण क्षेत्र की एक महिला हैं, जीवन ने उन्हें कोई रियायत नहीं दी, उन्हें अभिनेताओं, फिल्म निर्माताओं, निर्माताओं और लेखकों की दुनिया में अपनी जगह बनानी थी. कंगना ने बैक-टू बैक तीन ट्वीट किए हैं. जिसमें कंगना ने खुद सिर्फ महिला समझने वालों को भी हिंट दिया है कि वो ऐसी गलती न करें. कंगना के तीनों ट्वीट्स जेंडर, फिजिकल, सेक्शुअल प्रिफरेंसेस पर ही बेस्ड हैं.