बेंगलुरु: आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) का चुनावी अभियान राज्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आक्रामक आउटरीच कार्यक्रम के साथ गति प्राप्त करने के लिए तैयार है. प्रधानमंत्री के कल से कर्नाटक में चुनाव प्रचार शुरू करने की संभावना है, जिसमें राज्य भर में 6 दिनों तक रोड शो और रैलियां शामिल हैं, जो 7 मई तक जारी रहेंगी. कर्नाटक में 10 मई को मतदान है और नतीजे 13 मई को घोषित होंगे. इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपनी ‘जहरीली सांप’ वाली टिप्पणी पर विवाद के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने माफी मांगी है.
उन्होंने अपनी सफाई में कहा, ‘यदि मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंचा है, अगर इसका गलत अर्थ निकाला गया और किसी को दुख पहुंचा तो मैं इसके लिए विशेष खेद व्यक्त करता हूं.’ मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि उनकी टिप्पणी व्यक्तिगत रूप से पीएम मोदी के लिए नहीं थी. उन्होंने स्पष्टीकरण दिया, ‘मैंने जो कहा, उसका मतलब था कि उनकी (भाजपा) विचारधारा सांप की तरह है और यदि आप इसे छूने की कोशिश करते हैं, तो आपकी मृत्यु निश्चित है.’ इससे पहले गुरुवार को चुनावी राज्य कर्नाटक के कलबुरगी जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था, ‘गलती मत कीजिए. पीएम मोदी जहरीले सांप की तरह हैं. अगर आपको लगता है कि नहीं, नहीं, यह जहर नहीं है, क्योंकि मोदी ने इसे दिया है, सज्जन प्रधानमंत्री ने दिया है, तो इसे चाटकर देखिए. अगर आप इस जहर को चाटेंगे तो हमेशा के लिए सो जाएंगे.’
इस टिप्पणी के बाद भाजपा नेताओं ने खड़गे और कांग्रेस पर पलटवार किया और कहा कि पीएम मोदी का अपमान करने के लिए पार्टी को कर्नाटक चुनाव में भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. भारतीय जनता पार्टी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने खड़गे के बयान का वीडियो ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा, ‘अब कांग्रेस अध्यक्ष प्रधानमंत्री मोदी को जहरीला सांप कह रहे हैं. सोनिया गांधी के मौत का सौदागर से जो शुरू हुआ, हम जानते हैं कि कैसे समाप्त हुआ. कांग्रेस नीचे गिरती जा रही है. यह उसकी हताशा दिखाती है कि वह कर्नाटक में हारने जा रही है.’ कांग्रेस ने 10 मई को होने वाले चुनाव के लिए जनता को 5वीं चुनावी ‘गारंटी’ दी. राहुल गांधी ने सत्ता में आने पर सार्वजनिक बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की घोषणा की.
कर्नाटक चुनाव में भाजपा, कांग्रेस और जद (एस) तीन सबसे बड़े खिलाड़ी हैं. जबकि भाजपा वर्तमान में राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी है, कांग्रेस और जद (एस) की भी विधानसभा में महत्वपूर्ण उपस्थिति है. साल 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में, भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी और 104 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस और जेडी (एस) क्रमशः 80 और 37 सीटें जीत सकीं. कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 113 है. चुनाव बाद जेडीएस और कांग्रेस ने गठबंधन सरकार बनाई और एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने. हालांकि, यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चल सकी और गिर गई. भाजपा ने बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में नई सरकार बनाई. बाद में हुए उपचुनाव में जरूरी सीटें जीतकर बीजेपी ने विधानसभा में बहुमत भी हासिल कर ली. फिर करीब 3 साल बाद बीएस येदियुरप्पा को हटाकर बसवराज बोम्मई को सीएम बनाया