नई दिल्ली: पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-जेहाद पाकिस्तान ((Tehreek-e-jihad Pakistan) ने एक बड़ा खुलासा किया है. तहरीक-ए-जेहाद पाकिस्तान ने एक बयान जारी करके कहा कि पाकिस्तानी सेना और सुरक्षाबलों में उसके जासूस मौजूद हैं. उसने कहा कि इसीलिए वह पाकिस्तान के काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट की इमारत में धमाके कर पाया. दो दिन पहले हुए इस धमाके में 15 लोगों की जान चली गई थी और 31 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. दूसरी तरफ पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने इस मामले में दो सदस्य कमेटी का गठन कर उसे अपनी रिपोर्ट देने को कहा है. इस मामले को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सुरक्षाबलों के अलग-अलग बयान सामने आए थे, जिससे पाकिस्तानी सरकार की खासी किरकिरी हुई थी.
पाकिस्तान में ताजातरीन बने आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-जेहाद पाकिस्तान ने आज नया बयान जारी कर कहा है कि पाकिस्तान के सुरक्षा बलों में उसके सूत्रधार यानी जासूस मौजूद हैं. साथ ही उसने यह भी कहा कि दूसरे आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से उसके विचार मेल खाते हैं. आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-जेहाद पाकिस्तान का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने इस मामले में वहां के गृह सचिव और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्पेशल ब्रांच की समिति बनाकर इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं. इस कमेटी के बनाए जाने के फौरन बाद आतंकवादी संगठन ने अपने बयान में कहा है कि मौजूदा स्थिति के संबंध में (तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान) सुरक्षाबलों में हमारे सूत्रधार मौजूद हैं.
15 लोग मारे गए थे बम धमाके में
दो दिन पहले स्वात के पास काबल में स्थित काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट और पुलिस थाने की संयुक्त इमारत में इतना जबरदस्त धमाका हुआ था कि पूरी इमारत लगभग ध्वस्त हो गई थी और इस दौरान 15 लोगों की मौत हो गई और 31 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए थे. इस हमले के फौरन बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शरीफ ने हमले को आतंकवादी हमला बताते हुए मामले की निंदा की थी, लेकिन उसके फौरन बाद पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने इसे आतंकवादी हमला मानने से इनकार कर दिया था. जिसके बाद आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-जेहाद पाकिस्तान ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा था कि उसका एक लड़ाका इन इमारतों में बम लगाते हुए मारा गया.
आईएसआई और फौज की खुफिया शाखा ने शुरू की जांच
आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-जेहाद पाकिस्तान के इस बयान के बाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तानी फौज की खुफिया शाखा ने अपनी जांच शुरू कर दी है. क्योंकि यह संगठन इस साल के शुरुआती दौर में नए संगठन के तौर पर सामने आया था और अभी तक इसने मात्र कुछ ही हमलों की जिम्मेदारी ली है. लेकिन सभी हमले पाकिस्तानी प्रशासन और सरकार के लिए बेहद घातक साबित हुए हैं. दूसरी तरफ आलम यह है कि इस आतंकवादी संगठन का अभी तक ना तो कोई आतंकवादी पकड़ा गया है और ना ही इस संगठन के आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने कहीं भी मुठभेड़ में मार गिराया है. ऐसे में इस संगठन का यह दावा कि उसके जासूस पाकिस्तान के सुरक्षा बलों में मौजूद हैं ने पाकिस्तानी फौज और खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ा दी है.
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों का मानना है कि जिस तरह से काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट की इमारत में यह बम धमाका हुआ और पूरी की पूरी इमारत ही उड़ गई उसके चलते कहीं ना कहीं कोई ऐसी कड़ी है जो इस पूरे मामले में संदेह पैदा करती है. यही कारण है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने इस मामले में अपने तौर पर जांच शुरू की है.
मुल्ला अब्दुल्ला यज्स्तानी है इस नए संगठन का मुखिया
खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक इस नए आतंकवादी संगठन का मुखिया मुल्ला अब्दुल्ला यज्स्तानी हैं और उसका प्रवक्ता मुल्ला मुहम्मद कासिम है. यह संगठन खुद को देवबंदी संप्रदाय से जुड़ा हुआ मानता है और पूरे पाकिस्तान में शरिया कानून लागू करना चाहता है. इस संगठन का दावा है कि उसके समूह में सैकड़ों लड़ाके और सैकड़ों आत्मघाती हमलावर हैं. पाकिस्तान में शरिया के मुताबिक सरकार बनाने का का दावा करने वाले नए समूह ने पाकिस्तान में सशस्त्र संघर्ष की घोषणा की है. यह सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की योजना बना रहा है, जिसे वह पाकिस्तान की विचारधारा में सबसे बड़ी बाधा मानता है.