प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चितउमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद 63 दिन से फरार चल रहा बमबाज गुड्डू मुस्लिम फर्जी नाम के सहारे छिपता फिर रहा है. उसके बारे में पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण इनपुट मिले हैं. इसमें पता चला है कि वह अलग अलग स्थानों पर कहीं बबलू के नाम से तो कहीं सुरेंद्र कुमार या संदीप के नाम से छिपा था. प्रयागराज पुलिस के मुताबिक वह लगातार अपनी लोकेशन भी बदल रहा है.
हाल ही में 12 दिनों तक उडीसा में छिपा बैठा था. हालांकि पुलिस जबतक वहां पहुंची, वह छत्तीसगढ़ की ओर निकल चुका था. माफिया डॉन अतीक अहमद का खास गुर्गा गुड्डू मुस्लिम के खिलाफ उमेश पाल मर्डर केस में मुकदमा दर्ज है. उसे सीसीटीवी फुटेज में बम फेंकते हुए देखा गया था. उसी समय से फरार यह खूंखार बदमाश मेरठ, अजमेर, झांसी, नासिक, पुणे और उडीसा में ठहरा था. अब पता चला है कि उसकी लोकेशन इस समय छत्तीसगढ़ में है.
पुलिस लगातार उसका पीछा कर रही है. प्रयागराज पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक यह बदमाश अब तक जहां जहां ठहरा था, वहां जांच करने पर पता चला कि उसने अपनी असली पहचान छिपाकर शरण ली थी. उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए हिन्दू नाम से छिपने का प्रयास किया था. पुलिस के मुताबिक हाल ही में उसकी लोकेशन उडीसा के बारगढ़ में ट्रैस हुई थी. वह इस स्थान पर दो अप्रैल से 13 अप्रैल तक ठहरा हुआ था.
लेकिन जबतक पुलिस पहुंची, वह वहां से उड़ चुका था. पुलिस ने यहां से उसके सहयोगी राजा खान को हिरासत में लिया है. राजा ने पुलिस को बताया कि वह फिलहाल छत्तीसगढ़ के लिए निकल गया है. जल्दबाजी में निकलते वक्त वह अपने कपड़े व अन्य सामान भी यहां छोड़ गया है. राजा ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि अतीक अहमद के पास उमेश पाल की हत्या के लिए कोई ठोस रीजन नहीं था. बल्कि यह वारदात खुद गुड्डू ने की और कराई, जिसमें कहीं ना कहीं अतीक अहमद भी शामिल हो गया.
राजा के मुताबिक अतीक और अशरफ के जेल में रहते गुड्डू ही उसका कारोबार संभालता था. इस दौरान उसने काफी पैसा बनाया और रियल एस्टेट, कोयला सप्लाई समेत कई तरह के व्यवसाय में उसने निवेश भी किया. बता दें कि 24 फरवरी को राजूपाल हत्याकांड में गवाही देकर लौटते समय उमेश पाल की उसके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
राजूपाल मर्डर केस में एक आरोपी गुड्डू मुस्लिम भी है और उमेश पाल की हत्या में भी उसे बम फेंकते देखा गया था. इस मामले में पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. इसमें अतीक अशरफ के अलावा असद, गुलाम और शाइस्ता परवीन भी शामिल हैं. वारदात में नौ शूटरों का भी जिक्र कियाग या है. इनमें अरबाज, विजय चौधरी, गुलाम, असद आदि शामिल हैं. इनमें गुड्डू मुस्लिम, साबिर और अरमान अभी फरार हैं. इनके खिलाफ पांच लाख रुपये का इनाम घोषित है.