मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में सोमवार को निकाय चुनाव में नामांकन के आखिरी दिन बीजेपी के प्रत्याशी और पूर्व में मेयर रह चुके हरिकांत अहलूवालिया अपना नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे. यहां मीडिया से बातचीत के दौरान हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि अगर चुनाव जीते तो वंदे मातरम के गीत के साथ नगर निगम का अगला सदन शुरू होगा. भाजपा के मेयर प्रत्याशी हरिकांत आहलूवालिया साल 2012 से 2017 तक मेयर रहे थे, इस समय समाजवादी पार्टी की सरकार थी फिर 2017 में बसपा से सुनीता वर्मा मेयर बनी थीं.
उस समय नगर निगम के सदन में वंदे मातरम गीत को लेकर विवाद हुआ था. वंदे मातरम गाने से कुछ लोगों को ऐतराज था और जब भी सदन में वंदे मातरम गाया जाता था, तो कुछ पार्षद विरोध करने में कोई कसर नहीं छोड़ते थे. पार्षद वंदे मातरम गीत के समय या तो बैठे रहते थे या फिर सदन छोड़कर चले जाया करते थे. भाजपा प्रत्याशी हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि जीतने के बाद वंदे मातरम के उद्घोष के साथ सदन की शुरुआत होगी. वंदे मातरम गीत हमारा राष्ट्रीय गीत है और इसका सम्मान हर किसी को करना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश की सीमा पर जवान शहीद हो रहे हैं वह भी अपनी आखिरी सांस तक वंदे मातरम गाते हैं.
10 पार्षद नहीं गाते थे राष्ट्रीय गीत
हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि जब मैं मेयर था तब सदन में मेरे को याद है कि 8 से 10 पार्षद ऐसे हुआ करते थे जो वंदे मातरम गीत नहीं गाया करते थे. ऐसे में राष्ट्रीय गीत का अपमान हुआ करता था और उनके काफी विरोध करने के बाद यह फैसला लिया गया था कि या तो वह गीत गाए नहीं तो जब राष्ट्रीय गीत गाया जा रहा है तो वह बाहर चले जाएं.
सपा की सरकार में नहीं करने दिया जाता था काम
हरिकांत अहलूवालिया भाजपा की तरफ से 2012 में मेयर बने थे. उस समय राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार थी. हरिकांत अहलूवालिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब मैं मेहर था. तब सरकार की तरफ से नगर आयुक्त को सख्त आदेश था कि भाजपा के मेयर की बातें ना सुनी जाए. ऐसे में जनता के काम कराने में उनको परेशानी आती थी. उन्होंने कहा कि अब मेयर बनते हैं तो शहर को सुंदर बनायेंगे.
वहीं हरिकांत अहलूवालिया का नामांकन कराने के लिए राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर, तीन बार के सांसद राजेंद्र अग्रवाल, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, महानगर के अध्यक्ष मुकेश सिंघल, विधायक अमित अग्रवाल और हिंदूवादी छवि के नेता कमल दत्त शर्मा पहुंचे थे. माना जा रहा है कि यदि ऐसे दिग्गज हरिकांत अहलूवालिया के प्रचार प्रसार लगेंगे तो निश्चित तौर पर जनता का मूड भाजपा की तरफ देखने को मिलेगा.