इस्लामाबाद: Apple के सीईओ टिम कुक (Tim Cook) ने इस हफ्ते की शुरुआत में भारत में कंपनी के पहले दो रिटेल स्टोर खोले. लॉन्च के दिन मुंबई और दिल्ली में दोनों स्टोर के बाहर सैकड़ों लोगों को लाइन में खड़ा देखा गया. टिम कुक ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से भी मुलाकात की और कहा कि एप्पल देश भर में कारोबार को बढ़ने और निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है. भारत में एप्पल के रिटेल स्टोर खोलने से सोशल मीडिया पर पाकिस्तानियों की प्रतिक्रियाओं की झड़ी लग गई. जिनका देश विदेशी मुद्रा भंडार में कमी और रिकॉर्ड महंगाई के कारण पिछले कई दशकों में सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है.
जहां कुछ यूजर्स ने मौजूदा आर्थिक संकट (Economic Crisis) के लिए पाकिस्तान (Pakistan) की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है, वहीं दूसरों को लगता है कि देश के कड़े कानून विदेशी निवेशकों को दूर रख रहे हैं. कंसल्टेंट सर्जन और विजिटिंग एसोसिएट प्रोफेसर उस्मान खान ने भारत और पाकिस्तान की दो तस्वीरें पोस्ट कीं. उन्होंने कहा कि जब भारत अपना पहला एप्पल स्टोर खोल रहा था, तब पाकिस्तान ने ईशनिंदा के आरोप में एक चीनी शख्स को गिरफ्तार किया. 2003 से 2006 तक पाकिस्तान की सीनेट के मेंबर रहे अमानुल्लाह कनरानी ने भी भारत में पहले एप्पल स्टोर के लॉन्च पर कमेंट करते हुए वही तस्वीरें शेयर कीं.
चिड़ियाघर के जानवरों को खाना तो दे नहीं सकते, एप्पल का क्या करेंगे
एक अन्य ट्विटर यूजर आईटी प्रोफेशनल मुहम्मद तारिक बिलाल ने कहा कि भारत को एप्पल स्टोर मिला, जबकि पाकिस्तान को सेना और आईएसआई जैसी संस्थाएं मिली हैं. अकादमिक और फुलब्राइट फेलो नोमन सत्तार ने पाकिस्तान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘ये देश तो अपने चिड़ियाघर के जानवरों या अपनी करेंसी की देखभाल करने में भी सक्षम नहीं है. तो हमें आई-फोन का क्या करना है.’ गौरतलब है कि केवल एक हफ्ते पहले पाकिस्तान के जियो टीवी ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि संघीय और सिंध सरकार कराची चिड़ियाघर को स्थायी रूप से बंद करने पर विचार कर रही थीं. क्योंकि वहां रखे गए जानवरों को भयानक हालातों का सामना करना पड़ा और उन्हें ठीक से खाना तक नहीं दिया गया.
भारत की तुलना में पाकिस्तान कुछ भी नहीं
पाकिस्तान पर कटाक्ष करते हुए एक अन्य यूजर ने लिखा कि ‘जब एप्पल भारत में स्टोर खोल रहा था, इस्लामाबाद आईएमएफ से 12वीं बार पैसे हासिल करने की कोशिश कर रहा था.’ उसने कहा कि ‘भारत में एप्पल स्टोर खोला गया. इस बीच पाकिस्तान 12वीं बार आईएमएफ का दरवाजा खोलने की कोशिश कर रहा है.’ पाकिस्तान के विदेशी भंडार में काफी गिरावट आई है और वह डिफॉल्ट से बचने के लिए आईएमएफ से कर्ज हासिल करने की कोशिश कर रहा है. एक अन्य यूजर असद ने कहा कि ‘पाकिस्तान का भारत से तुलना करने का स्वांग आखिरकार खत्म हो गया.’ उसने कहा कि ‘भारत की तुलना में पाकिस्तान कुछ भी नहीं है. रक्षा बजट के नाम पर पीढ़ियों के लिए संपत्ति जमा करने के लिए भारत के खिलाफ प्रतिद्वंद्विता के इस भ्रम को प्रचारित किया गया था.’