ऐसे में शख्स ने घर का सोना बेचा और 1.02 लाख रुपये बतौर टैक्स देने के लिए इकट्ठा किया. लेकिन, टैक्स का पैसा देने के बाद भी पीड़ित अपने ई-वॉलेट से पैसा बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करने में असफल रहा. बाद में उनका अकाउंट डीएक्टिवेट भी कर दिया गया. तब उन्हें ये अहसास हुआ कि उनके साख ठगी हुई और उन्होंने टोटल 3.42 लाख रुपये गंवा दिए हैंआजकल नौकरी तलाशना काफी आसान हो गया है. सोशल मीडिया से लेकर LinkedIn जैसे पोर्टल्स पर ऑनलाइन जॉब सर्च करना आसान हो गया है. लेकिन, इससे ठगी का खतरा भी बढ़ा है. सोशल मीडिया पर दिखने वाले सभी पोस्ट रियल नहीं होता. ऐसी ही एक घटना मुंबई के एक शख्स के साथ हुई है, जहां उन्हें 3 लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान हो गया.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना 33 वर्षीय एक शख्स के साथ हुई है. ये शख्स अंधेरी बेस्ड एक फर्म में काम करता है. इस शख्स को फेसबुक पर विज्ञापन दिखा. इसमें लिखा गया था कि Amazon पर जॉब के लिए वेकेंसी है. इस बारे में ज्यादा जानने के लिए शख्स ने दिए गए लिंक पर क्लिक किया और उन्हें मैरी नाम की एक महिला का WhatsApp नंबर मिला. इस महिला ने अमेजन पर हायरिंग मैनेजर के तौर पर पेश किया
पुलिस के मुताबिक, पीड़ित शख्स से महिला ने पूछा कि क्या वे पार्ट-टाइम जॉब की तलाश में हैं. जब बात आगे बढ़ी तब पीड़ित ने काम के बारे में ज्यादा जानकारी चाही. इस पर महिला ने कहा कि कैंडिडेट्स को अलग-अलग काम को पूरा करके कंपनी के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की सेल बढ़ाने की दिशा में काम करना होगा. इसके बाद जब पीड़ित ने काम करने की इच्छा जाहिर की तब महिला ने उन्हें एक लिंक भेजा और उन्हें काम शुरू करने के लिए अकाउंट क्रिएट करने के लिए कहा. पुलिस के मुताबिक अकाउंट क्रिएट करने पर पीड़ित को 80 रुपये का बोनस मिला
इसके बाद पीड़ित से 200 रुपये का रिचार्ज करने और प्रोडक्ट खरीदने के लिए कहा गया. इसके बाद टास्क पूरा करने पर पीड़ित को ई-वॉलेट में 450 रुपये मिले. धीरे-धीरे फ्रॉड महिला ने पीड़ित का विश्वास जीत लिया और पीड़ित ने काम जारी रखा. कुछ दिनों बाद पीड़ित ने करीब 2.4 लाख रुपये खर्च कर लिए और 5.13 लाख रुपये कमा लिए. ये पैसा ई-वॉलेट अकाउंट में जमा होते रहा. हालांकि, जब बाद में पीड़ित ने पैसा अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करना चाहा तो उन्हें एरर मैसेज मिलने लगा.
इस पर जब पीड़ित ने हायरिंग मैनेजर से पूछा तो उन्हें जवाब मिला कि उन्हें पैसे निकालने के लिए 20 प्रतिशत टैक्स देना होगा. इसके बिना फंड का एक्सेस नहीं मिलेगा. पुलिस के मुताबिक ये अमाउंट देने के लिए शख्स के पास पैसे नहीं थे.
तब पीड़ित ने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई. फिलहाल पुलिस की जांच जारी है. ऐसे में सोशल मीडिया इस्तेमाल करते समय काफी सतर्क रहें और किसी भी फ्रॉड पोस्ट का शिकार न बनें