दुनिया भर के सात महाद्वीपों से लाई गई 155 नदियों का जल रविवार दोपहर अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर में चढ़ाया गया। बीजेपी के पूर्व विधायक विजय जॉली के नेतृत्व में दिल्ली स्टडी ग्रुप नामक एक एनजीओ के सदस्यों ने निर्माणाधीन मंदिर की दीवारों और फर्श पर नदी और देश के नाम वाले 155 कंटेनरों से पानी चढ़ाया। इस दौरान 40 से अधिक देशों के अनिवासी भारतीयों ने बड़ी संख्या में कार्यक्रम में भाग लिया। जलाभिषेक कार्यक्रम 23 अप्रैल को अयोध्या में सम्पन्न हुआ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। हालांकि वे विभिन्न कारणों से इसमें शामिल नहीं हो सके। आयोजन के संयोजक जॉली ने इस अवसर पर अपने संबोधन में दावा किया कि युद्धग्रस्त रूस और यूक्रेन के साथ-साथ चीन और पाकिस्तान की नदियों से पानी इस पवित्र कारण के लिए खरीदा गया था। जॉली ने कहा कि कोविड महामारी के सबसे बुरे दौर सहित ढाई साल से अधिक समय तक चलने वाला विशेष अभियान भगवान राम में दुनिया भर के लोगों के विश्वास को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि न केवल हिंदुओं, बल्कि सभी सात महाद्वीपों के मुसलमानों, ईसाइयों और यहां तक कि यहूदियों ने भी इस अभियान में सहयोग किया। इस मौके पर श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, विहिप संरक्षक दिनेश चंद्र, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राम लाल व इंद्रेश कुमार, पूर्व सेनाध्यक्ष जोगिंदर जसवंत सिंह व जैन आचार्य लोकेश मुनि मौजूद थे।