भारत और चीन के बीच 18 दौर की बैठक खत्म हो चुकी है। दोनों देशों के सैन्य प्रमुखों ने रविवार को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चुशुल-मोल्दो में बातचीत की। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भारत की ओर से फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राशिम बाली ने बैठक का नेतृत्व किया। सेना के सूत्रों के मुताबिक, पूर्वी लद्दाख में सेना की तैनाती से उपजे मुद्दों को सुलझाने के लिए दोनों पक्ष मुख्य रूप से इस बैठक में बैठे थे।
सेना के सूत्रों के मुताबिक भारत की तरफ से बैठक में देपसांग और डेमचोक का मुद्दा बार-बार उठा। इसके अलावा वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास दोनों तरफ सैनिकों की तैनाती के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। चीनी सरकार ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों पर दावा किया और राज्य में 11 स्थानों का नाम बदल दिया। वहीं, बीजिंग ने नया नक्शा जारी किया है। जहां उन जगहों के चीन के होने का दावा किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक रविवार की बैठक में भी यह विषय उठा।
इससे पहले हुई बैठकों के बाद दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़प थम गई है। संघर्ष से बचने के लिए दोनों पक्ष नए पदों पर चले गए। हालांकि, चीनी पीएलए बल लंबे समय से भारतीय सैनिकों को पेट्रोलिंग करने से रोक रहे हैं। इससे पहले भारत और चीन के बीच आखिरी बार दिसंबर में बातचीत हुई थी।