नई दिल्ली: आईपीएल 2023 में सनराइजर्स हैदराबाद का प्रदर्शन अबतक अच्छा नहीं रहा है. हैदराबाद ने 6 में से 2 मैच ही जीते हैं. प्वाइंट्स टेबल में टीम 9वें स्थान पर है. हैदराबाद से नीचे सिर्फ दिल्ली कैपिटल्स है, जिसने 6 में से 1 ही मैच जीता है. ये लगातार तीसरा सीजन है, जब हैरबाद की टीम संघर्ष करती नजर आ रही है. पिछले साल सनराइजर्स हैदराबाद प्वाइंट्स टेबल में 8वें स्थान पर रही थी. जबकि 2021 में टीम आखिरी पायदान पर थी. हैदराबाद की नाकामी चौंकाने वाली है. क्योंकि आईपीएल 2023 के मिनी ऑक्शन में ये टीम सबसे अधिक 42.25 करोड़ के पर्स के साथ उतरी थी और सबसे अधिक खिलाड़ी खरीदे थे.
आईपीएल 2023 के ऑक्शन से पहले सनराइजर्स हैदराबाद ने अपने कप्तान केन विलियम्सन को भी रिलीज कर दिया था. विलियम्सन ने आईपीएल 2022 में 13 पारी में 216 रन ही बनाए थे. इसी वजह से हैदराबाद के टीम मैनेजमेंट ने विलियम्सन को रिलीज कर दिया था और दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज एडेन मार्करम को टीम का कप्तान बनाया था. टीम ने सिर्फ कप्तान को नहीं बल्कि, कुल 12 खिलाड़ी रिलीज कर दिए थे और इतने ही संख्या में खिलाड़ियों को रीटेन किया था. मकसद, साफ था टीम नीलामी में खिलाड़ियों को खरीदकर नए सिरे से टीम बनाना चाहती थी.
3 बल्लेबाजों को खरीदने में 26 करोड़ खर्च किए
हैदराबाद ने इसके लिए अपने 42.25 करोड़ के पर्स से कुल 34.5 करोड़ रुपये खर्च किए थे. इस रकम से टीम ने 13 खिलाड़ी खरीदे थे. अकेले तीन बल्लेबाजों हैरी ब्रूक, मंयक अग्रवाल और हेनरिक क्लासेन को खरीदने पर ही हैदराबाद ने 26.75 करोड़ रुपये खरीदे. यानी कुल पर्स से 77 फीसदी राशि तो इन तीन बल्लेबाजों को खरीदने में ही खर्च कर दी. टीम को उम्मीद थी कि ये खिलाड़ी टॉप और मिडिल ऑर्डर में बैटिंग को मजबूत करेंगे. लेकिन, मयंक अग्रवाल ने 6 मैच में 19 की औसत से 115 रन बनाए हैं.
क्लासेन के बल्ले से 4 मैच में 69 रन ही निकले हैं. ब्रूक ने 6 मैच में 156 रन बनाए. लेकिन, इसमें से 100 रन की पारी उन्होंने केकेआर के खिलाफ खेली थी. यानी बाकी 5 मैच में उन्होंने 56 रन ही बनाए. मार्करम कप्तानी और बल्लेबाजी में कुछ खास नहीं कर पाए हैं. उन्होंने 5 मैच में 1 अर्धशतक लगाया है और 121 रन बनाए हैं.
गेंदबाजी में भी टीम का बुरा हाल
मयंक मार्केंडेय को नीलामी में हैदराबाद ने 50 लाख रुपये में खरीदा था. उन्होंने इस सीजन में अच्छी गेंदबाजी की है और 8 विकेट लिए. जबकि आदिल रशीद को 2 करोड़ में खरीदा था. वो 2 ही विकेट ले पाए हैं. वॉशिंगटन सुदंर ने 6 मैच खेले हैं और 1 भी विकेट नहीं लिया है. वहीं, उमरान मलिक पिछले सीजन की तरह इस बार असरदार नहीं दिखे हैं. उन्होंने 5 मैच में 5 विकेट लिए हैं. लेकिन, 10 की इकोनॉमी से रन दिए हैं.
यानी नीलामी में 13 खिलाड़ियों को खरीदने के लिए हैदराबाद ने जो 34.5 करोड़ खर्च किए थे. अबतक के प्रदर्शन को देखकर तो यही लग रहा है कि ये पैसा पानी में चला गया है. अगर अगले कुछ मुकाबलों में भी टीम का ऐसा ही प्रदर्शन रहा तो फिर खिताब तो दूर की कौड़ी, लाज ही बच जाए तो उतना ही काफी है.