केंद्र सरकार ने गुरुवार, 20 अप्रैल को नाम्बिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों के आधिकारिक नाम की घोषणा की। इस बात की जानकारी केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने अपने ट्विटर के जरिए की। यादव ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर की थी, जिसमें चीतों की तस्वीरों के साथ उनके नाम लिखे हुए थे। इसके अलावा वीडियो में उन लोगों के नाम भी दिए गए थे, जिन्होंने चीतों के नाम के सुझाव केंद्र को भेजे थे। इस वीडियो के साथ मंत्री ने कैप्शन में लिखा, चीतों के नाम! 25 सितंबर 2022 को, पीएम श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने मन की बात संबोधन के दौरान लोगों से नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों के लिए नाम सुझाने को कहा था। इसके बाद एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। अपने चीतों और विजेताओं के नाम साझा करते हुए खुशी हो रही है।
भारत के कूनो नेशनल पार्क में स्थानांतरित किए गए चीतों को अब आशा, पवन, नाभा, ज्वाला, गौरव, शौर्य, धात्री, दक्ष, निर्वा, वायु, अग्नि, गामिनी, तेजस, वीरा, सूरज, धीरा, उदय, प्रभास और पावक कहकर पुकारा जाएगा। इन चीतों के नाम 11565 लोगों द्वारा दिए गए सुझावों में से चुने गए हैं। बता दें, पीएम मोदी ने सितम्बर 2022 में मन की बात में लोगों से चीतों के नाम सुझाने का आग्रह किया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने एक प्रतियोगिता शुरू की थी। इस प्रतियोगिता में हजारों लोगों ने भाग लिया और चीतों के नाम के सुझाव दिए थे। केंद्र द्वारा आयोजित की गयी इस प्रतियोगिता का उद्देश्य आम लोगों को प्रोजेक्ट चीतक के बारे में जागरूक करना था।
साल 1952 में, भारत में चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया गया था। इसके बाद से दूसरे देशों से भारत में चीतों को लाने के प्रयास किए जा रहे थे, जो पिछले साल सफल हुए हैं। नरेंद्र मोदी सरकार के तहत 17 सितंबर, 2022 को नामीबिया से आठ चीतों को देश में लाया गया। इन चीतों को पीएम मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। इसके बाद 18 फरवरी, 2023 को साउथ अफ्रीका से बारह चीतों को भारत लाया गया था। इन चीतों में 7 नर और 5 मादा थी।