ट्विटर पर ब्लू टिक वालों के अच्छे दिन आज से खत्म, जानें क्या है मामला

ट्विटर पर ब्लू टिक वालों के अच्छे दिन आज से खत्म, जानें क्या है मामला

Twitter Blue Tick: माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर 20 अप्रैल से वेरिफाइड अकाउंट से लिगेसी ब्लू टिक मार्क हटाने की प्रक्रिया शुरू करेगा. अब ट्विटर पर अकाउंट्स को ब्लू टिक के लिए उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. पहले ट्विटर पर वेरिफाइड अकाउंट्स को ब्लू टिक फ्री में दिया जाता था. हालांकि, एलन मस्क द्वारा ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद कई नियमों में बदलाव किये गए हैं. इनमें वेरिफाइड अकाउंट्स के लिए सब्सक्रिप्शन भी शामिल है.

बता दें कि 12 अप्रैल को एलन मस्क ने अपने एक ट्वीट में 20 अप्रैल से ब्लू टिक को हटाने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि अगर लोगों को ब्लू टिक लेना है तो उन्हें “ट्विटर ब्लू” का पेड सब्सक्रिप्शन लेना पड़ेगा. इस ऐलान के बाद अब मंथली चार्ज देने वाले यूजर्स के ही अकाउंट पर ब्लू टिक एक्टिव किया जाएगा.

2009 में ब्लू टिक की हुई थी शुरूआत

ट्विटर पर अकाउंट्स को ब्लू टिक देने का सिलसिला 2009 में शुरू किया गया था. यह टिक उन यूजर्स को दिया जाता था जो इसकी मांग करते थे और ट्विटर के नियमों के अनुसार अकाउंट वेरिफिकेशन के प्रोसेस को पूरा करते थे. पहले ट्विटर सेलिब्रिटीज, पॉलिटिशियन और मशहूर हस्तियों के अकाउंट को वेरीफाई करने के बाद मुफ्त में ब्लू टिक देती थी.

कितना भारी पड़ेगा ब्लू टिक?

ट्विटर ने ब्लू टिक के लिए पेड सब्सक्रिप्शन एंड्रॉइड, आईओएस और वेब प्लेटफॉर्म्स के लिए शुरू किया है. माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट के अनुसार, भारत में आईओएस और एंड्रॉइड उपयोगकर्ताओं के लिए मासिक सदस्यता शुल्क ₹900 है जबकि वेब के लिए शुल्क ₹650 प्रति माह रखा गया है.

ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन का भुगतान करके 10,000 करैक्टर्स तक लंबे ट्वीट और 2 जीबी साइज के फाइल अपलोड किए जा सकते हैं. इसके अलावा यूजर 60 मिनट तक का लंबा वीडियो भी अपलोड कर सकेंगे.

एलन मस्क के किए बड़े बदलाव

पिछले साल एलन मस्क ने ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीदा था, जिसके बाद से कई बड़े बदलाव किये गए हैं. पहले ट्विटर ने अपने वर्क फोर्स को कम करते हुए हजारों कर्मचारियों की छंटनी की. इसके बाद वेरिफाइड अकॉउंट्स से चार्ज लेना शुरू किया. ट्विटर ने ब्लू टिक के लिए सब्सक्रिप्शन चार्ज सबसे पहले अमेरिका में शुरू किया था, जिसके बाद इसे दुनिया के अन्य देशों में भी लागू किया जा रहा है.


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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