2024 चुनाव को लेकर विपक्षी एकता की कवायद जारी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार विपक्षी एकता की कवायद कर रहे हैं। पिछले दिनों वह दिल्ली दौरे पर आए थे। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इन सबके बीच कांग्रेस ने पार्टी महासचिव और वरिष्ठ नेता हरीश रावत को पटना भेजा था। पटना में हरीश रावत ने नीतीश कुमार से मुलाकात हुई थी। उन्होंने अपनी मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की है। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि 2024 में विपक्ष के एकता की बुलंद आवाज श्री नीतीश कुमार।
हालांकि, हरिश रावत ने इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि उन्हें पार्टी हाईकमान द्वारा किसी खास मिशन पर पटना भेजा गया था। मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर रावत ने साफ तौर पर कहा कि नीतीश उनके पुराने दोस्त हैं और वह पटना उनके अच्छे कामों की सराहना करने के लिए गए थे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह अच्छा काम कर रहे हैं और अच्छे काम को नमस्कार करना सबका दायित्व होता है। रावत ने माना कि दोनों नेताओं के बीच राजनीतिक चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि हम कोई संत तो हैं नहीं। जब राजनीतिक लोग मिलते हैं तो राजनीतिक बात तो होती ही है।
यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी हाईकमान ने उन्हें पटना किसी खास मिशन पर भेजा था, उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। दोनों नेताओं के बीच काफी देर चली इस मुलाकात को राहुल गांधी और कुमार की हाल में हुई बैठक की अगली कड़ी माना जा रहा है। रावत के करीबियों ने कहा कि यह मुलाकात आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी के मद्देनजर विपक्षी एकता को मजबूती देने के लिए की गयी।