नई दिल्ली: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने बीसीसीआई की भ्रष्टाचार निरोधक ईकाई (ACU) को जानकारी दी है कि एक अनजान व्यक्ति ने आईपीएल के पिछले मैच में भारी पैसा हारने के बाद उनकी टीम की अंदरुनी जानकारी के लिए उनसे संपर्क किया था. सिराज ने फोन आने के बाद तुरंत एसीयू अधिकारियों को इसकी सूचना दी. मालूम हो कि आईपीएल 2023 के मुकाबले 31 मार्च से शुरू हुए, जो 28 मई तक चलेंगे. 10 टीमें के टूर्नामेंट में कुल 74 मुकाबले खेले जाने हैं. अब तक 25 मुकाबले खेले जा चुके हैं. टी20 लीग में पहले भी सट्टेबाजी के आरोप लग चुके हैं.
बीसीसीआई के एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, जिसने तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज से संपर्क किया, वह सटोरिया नहीं था. वह मैचों पर सट्टा लगाने का आदी हैदराबाद का एक ड्राइवर था. उसने काफी पैसा गंवा दिया था, इसलिये उसने अंदरुनी जानकारी के लिए सिराज से संपर्क किया. उन्होंने कहा भारतीय गेंदबाज ने तुरंत इसकी सूचना दी. उस व्यक्ति को पकड़ लिया गया है और विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है. लेकिन बाद में अपडेट जानकारी आई है कि आईपीएल से पहले भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान सिराज से जानकारी मांगी गई थी. इसका आईपीएल से कोई लेना-देना नहीं है.
श्रीसंत सहित 3 खिलाड़ी फंसे
राजस्थान रॉयल्स के 3 खिलाड़ी एस श्रीसंत, अंकित चौहाण और अजीत चंडिला पर स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगे थे. इसके बाद तीनों को गिरफ्तार किए जाने के बाद बीसीसीआई की ओर से बैन भी लगाया गया था. सीएसके के अधिकारी गुरुनाथ मयप्पन भी मई 2013 में सट्टेबाजी के आरोप में गिरफ्तार किए गए थे. इसके बाद बीसीसीआई ने एंटी करप्शन यूनिट बनाने का फैसला किया था.
फिक्सिंग के आरोपों के चलते ही राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स पर टी20 लीग में उतरने पर 2 साल का बैन लगाया गया था. एसीयू के वर्कशॉप में शामिल होना खिलाड़ियों के लिए अनिवार्य है और जो खिलाड़ी किसी बाहरी के संपर्क के किए जाने के संबंध में जानकारी नहीं देते हैं, उन पर बैन भी लगाया जाता है. बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन को 2019 में निलंबित कर दिया गया था, क्योंकि उन्होंने 2018 में अपने आईपीएल कार्यकाल के दौरान भ्रष्ट संपर्क की सूचना नहीं दी थी.