जयपुर में एक व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने के मामले में राजस्थान के कैबिनेट मंत्री महेश जोशी एवं अन्य के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। हालांकि मंत्री ने खुद पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। चौक थाना क्षेत्र में रामप्रसाद (38) ने सोमवार को संपत्ति संबंधी विवाद के चलते एक गोदाम में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रामप्रसाद के भाई ने कैबिनेट मंत्री जोशी एवं अन्य के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज कराया है।
सुभाष चौक थाने के थानाधिकारी राम फूल मीणा ने बताया कि युवक रामप्रसाद के भाई ने जलदाय मंत्री महेश जोशी समेत 5-6 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी कल रात दर्ज की गई और इसकी जांच अपराध जांच शाखा (सीआईडी-सीबी) द्वारा की जाएगी क्योंकि मामला विधायक के खिलाफ दर्ज कराया गया है, परिजनों के आंदोलन के कारण शव को उठाया नहीं जा सका है। महेश जोशी हवामहल इलाके से विधायक और अशोक गहलोत सरकार में मंत्री हैं।
जोशी ने मंगलवार की शाम संवाददाताओं से बातचीत में मृतक के परिजनों की ओर से लगाए गये आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा, ‘‘13 अप्रैल को परिवार के लोग मिलने आये थे और मैंने उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया। पुलिस मेरी सीसीटीवी फुटेज से मृतक के परिजनों की मुलाकात की जांच कर सकती है। मै फुटेज पुलिस को उपलब्ध करवा दूंगा।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘मैं किसी भी प्रकार ना पुलिस जांच को दिशा देना चाहता हूं.. ना पुलिस की जांच में दखल करना चाहता हूं.. मैं चाहता हूं पुलिस निष्पक्ष जांच करे। मृतक के परिवार की ओर से कोई भी शिकायत या जवाब, स्पष्टीकरण मुझे नहीं दिया गया।’’
उन्होंने कहा कि दर्ज प्राथमिकी की निष्पक्ष और गहराई से जांच होनी चाहिए और जो दोषी पाया जाए उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाही होनी चाहिए। इधर सुभाष चौक पर घटना स्थल पर परिजनों और सर्वधर्म समाज की ओर से आयोजित धरने पर भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि रामप्रसाद के परिजनों को जब कहीं से मदद नहीं मिली तो वो स्थानीय विधायक और मंत्री महेश जोशी के पास गये और परिजनों के अनुसार उन्होंने उनका अपमान किया और धक्का मुक्की की। मीणा ने कहा, मंत्री द्वारा उनको जो प्रताड़ना दी गयी, उसके कारण वह अवसाद में आ गया और मौत को गले लगा लिया।
उन्होंने कहा कि हमने ज्ञापन के जरिये मांग की है कि मामले में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए, पीड़ित परिवार को सहायता पैकेज व परिजन को सरकारी नौकरी दी जाये। उन्होंने कहा, पुलिस आयुक्त यहां आये थे। उनको हमने ज्ञापन दे दिया और उनको कह दिया कि यह बात सरकार तक पहुंचा दो। सरकार कहेगी तो नक्शा मौका भी हो जायेगा..बयान भी हो जायेंगे.. पोस्टमार्टम भी हो जायेगा सारी कार्रवाई हो जायेगी लेकिन सरकार कहे तो सही कि हम उनको गिरफ्तार कर लेंगे। जयपुर नगर निगम हैरीटैज के उपायुक्त (हवा महल-आमेर जोन) दिलीप कुमार शर्मा ने बताया कि अवैध होटल के निर्माण को रोकने के लिये निगम की ओर से तीन नोटिस जारी किये गये थे।
जनवरी में दिये गये नोटिस के बाद होटल में निर्माण कार्य बंद कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि नोटिस के बाद अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जा रहा है। रामप्रसाद ने आत्महत्या से पहले एक कथित वीडियो बनाया था जिसमें वह जोशी व अन्य को खुदकुशी के लिए जिम्मेदार ठहराया सुनाई दे रहा है। इस कतिपय वीडियो में रामप्रसाद कह रहा है ‘‘देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा, होटल रॉयल शरेटन के मालिक मुंज टांक, देव अवस्थी, लालचंद देवनानी और कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने हमारे परिवार को इतना परेशान कर रखा है कि आज मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं।