उत्तर प्रदेश में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के आरोपी तीन शूटर्स की पुलिस कस्टडी रिमांड पर प्रयागराज की कोर्ट में सुनवाई जारी है। इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने तीनों आरोपियों के लिए 14 दिनों की पुलिस रिमांड की मांग की है। कोर्ट ने मामले से जुड़े वकीलों के अलावा अन्य वकीलों को कोर्ट में एंट्री नहीं मिल रही है। वहीं अतीक की हत्या के मामले की सुनवाई के लिए एसआईटी की ओर से पेश की गई अर्जी के बाद हो रही है।
अतीक के तीनों आरोपी लवलेश, अरुण और सनी कोर्ट में मौजूद है। वहीं तीनों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के भारी इंतजाम किए हुए है। हत्यारों की कोर्ट में हो रही पेशी को देखते हुए कोर्ट परिसर में भारी सुरक्षा बल मौजूद है। पुलिस ने एहतियात के तौर पर सीजेएम कोर्ट को छावनी में तब्दिल कर दिया है। सुरक्षा के लिए आरएएफ की तैनाती भी की गई है। सिर्फ यही नहीं जेल से लेकर कोर्ट तक पहुंचाने के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे।
जानकारी के मुताबिक इंटेलिजेंस ने संभावना जताई है कि तीनों आरोपियों पर हमला हो सकता है। ये हमला कोर्ट में या कोर्ट परिसर में भी किया जा सकता है। ऐसे में उत्तर प्रदेश पुलिस ने कोर्ट में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए है। अतीक और अशरफ की सुरक्षा में चूक होने के बाद पुलिस किसी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहेगी।
शूटर के परिवार को मिली सुरक्षा
वहीं शूटर के परिवार को भी काफी सुरक्षा दी गई है। पुलिस ने शूटर लवलेश तिवारी के परिवार को उनके घर से निकालकर सुरक्षित स्थान पर रखा है, जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है। वहीं अरूण मौर्य के परिवार ने उससे रिश्ता ना होने की बात कही है। तीसरे आरोपी सनी सिंह के परिवार के लोग भी दो दिन से घर में बंद है।
ऐसे हुआ था हमला
माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत हमले के जरिए हो गई है। दरअसल, अतीक अहमद को मेडिकल के लिए ले जा रही पुलिस की गाड़ी पर सीधा हमला हुआ था। पुलिस की गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी। इस फायरिंग में अतीक और अशरफ शिकार हो गए थे। फिलहाल अतीक अहमद और अशरफ के शवों को मेडिकल कॉलेज ले गया था जहां दोनों की मौत हो गई थी।