Sudan Conflict: इस समय अफ्रीकी देश सूडान में कत्लेआम मचा हुआ है. सेना और अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच हिंसक झड़प (Sudan Clash) अब पूरे देश में फैलती जा रही है. दोनों पक्षों के बीच शुरू हुई हिंसक झड़प तीसरे दिन भी रात भर जारी रही. इस भीषण लड़ाई में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. खबर है कि हिंसक झड़प में मौतों की संख्या अब 97 पहुंच गई है.
न्यूज एजेंसी AFP के अनुसार डॉक्टरों के संघ ने सोमवार तड़के कहा कि सूडान की नियमित सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच भीषण लड़ाई में मरने वालों की संख्या कम से कम 97 हो गई है. अपने बयान में संघ ने कहा, शनिवार को शुरू हुई झड़पों में मरने वालों की संख्या 97 तक पहुंच गई है
BBC के अनुसार दोनों पक्षों ने राजधानी खार्तूम में प्रमुख स्थलों को नियंत्रित करने का दावा किया है. आम लोगों ने विस्फोटों से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रखी है. इससे पहले रविवार को दोनों पक्षों ने घायलों को निकालने की अनुमति देने के लिए एक अस्थायी युद्धविराम किया. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि वे कितनी सख्ती से इस बात पर टिके रहे
डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि खार्तूम के अस्पतालों में हालात बेहद कठिन हैं, और यह लड़ाई कर्मचारियों और चिकित्सा आपूर्ति दोनों को घायल लोगों तक पहुंचने से रोक रही है. यह लड़ाई देश के सैन्य नेतृत्व के भीतर एक शक्ति संघर्ष का हिस्सा है, जो प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच हिंसा में बढ़ गई है.
BBC के अनुसार इस संघर्ष के केंद्र में दो व्यक्ति इस बात पर असहमत हैं कि देश को नागरिक शासन में कैसे परिवर्तन करना चाहिए. साल 2019 में लंबे समय से सत्ता में रहे राष्ट्रपति उमर अल-बशीर का तख्तापलट करने के बाद से सूडान को सेना के जनरलों द्वारा चलाया जा रहा है.
संप्रभु परिषद अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) को सूडानी सेना में शामिल करना चाहती थी, लेकिन आरएसएफ इसे कम से कम 10 साल के लिए टालना चाहती है. सूडानी सेना का कहना है कि इसे हर हाल में दो साल के अंदर कर देना चाहिए. इसी मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच जंग छिड़ी हुई है.