नई दिल्ली: भारत क्रिकेट के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करने के अपने रुख पर कायम है. ऐसे में इस साल होने वाले एशिया कप वेन्यू को लेकर सस्पेंस बरकरार है. इस साल की शुरुआत में एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) की बैठकों के दौरान इस बारे में कई चर्चाएं हुई, लेकिन यह अभी तक किसी निश्चित नतीजे पर नहीं पहुंची है. पाकिस्तान में पूरे टूर्नामेंट की मेजबानी करने और भारत के मैचों को तटस्थ स्थान पर आयोजित करने की बात चल रही है, लेकिन कोई फैसला नहीं लिया गया है. हाल ही में मीडिया से बातचीत में एसीसी अध्यक्ष और बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा कि वे वेन्यू को अंतिम रूप देने और भारत-पाकिस्तान मैच पर अधिक स्पष्टता देने के लिए अन्य देशों से प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रहे हैं. इस बीच पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया भारत और पाकिस्तान दोनों की चिंताओं को समझते हैं, लेकिन चाहते हैं कि उनका देश बड़ी तस्वीर पर ध्यान केंद्रित करे.
पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया का कहना है कि टीम से लेकर ट्रेवलिंग मीडिया दल तक सभी ने पिछली बार 2004 में द्विपक्षीय सीरीज के लिए भारत के पाकिस्तान दौरे का आनंद लिया था, लेकिन वह बात को भी समझते हैं कि “समय बदल गया है, सब कुछ बदल गया है.”
‘समय बदल गया है, सब कुछ बदल गया है’
न्यूज18 क्रिकेटनेक्स्ट से बातचीत के दौरान दानिश कनेरिया ने कहा, ”भाई ये चलता रहेगा. यह सब तब शुरू हुआ, जब पिछली बार दुबई में टी20 वर्ल्ड कप चल रहा था. चेयरमैन साहब (पीसीबी चेयरमैन) ने कुछ बोल दिया था और सब. मैं एक बात जानता हूं कि यह धरती पर खेला जाएगा, हमारी पृथ्वी पर होगा (हंसते हुए). अगर आप पाकिस्तान के नजरिए से देखें तो वे सही हैं, क्योंकि देश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट फिर से जीवित हो गया है. हर टीम वहां आ रही है और वे चाहते हैं कि भारत भी आए. पिछली बार जब भारत द्विपक्षीय सीरीज के लिए पाकिस्तान आया था, तब भी टीम के लिए काफी अच्छे इंतजाम किए गए थे. कई वरिष्ठ पत्रकारों ने भी यात्रा की और खूब लुत्फ उठाया. मैं मानता हूं कि समय अलग था और अब समय बदल गया है, सब कुछ बदल गया है.”
पाकिस्तान में नहीं है स्थिरता
42 वर्षीय दानिश कनेरिया का कहना है कि पाकिस्तान के विश्व कप के लिए भारत की यात्रा नहीं करने की बात का कोई मतलब नहीं है, अगर भारत एशिया कप के लिए पाकिस्तान नहीं आता है तो. इसके गंभीर परिणाम होते हैं. कनेरिया ने कहा, ”देखा जाए तो पाकिस्तान में अभी हालात स्थिर नहीं हैं. टीमें आ रही हैं और क्रिकेट खेल रही हैं, लेकिन स्थिरता नहीं है. मुझे लगता है कि अगर वे (भारत) एशिया कप के लिए नहीं आते हैं तो पाकिस्तान के भारत दौरे पर
नहीं जाने की बात का कोई मतलब नहीं बनता है. मुझे लगता है कि इस पर यू-टर्न पहले ही हो चुका है और पाकिस्तान विश्व कप के लिए भारत जाएगा. यह संभव नहीं है. अगर वे इस बारे में सोचते हैं तो वे आईसीसी से बाहर हो जाएंगे (विश्व कप के लिए भारत नहीं जा जाते हैं तो).”
‘2025 चैंपियंस ट्रॉफी पर फोकस करे पाकिस्तान’
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर चाहते हैं कि उनका देश 2025 चैंपियंस ट्रॉफी पर ध्यान केंद्रित करे और अब से उस टूर्नामेंट तक की अवधि का इस्तेमाल भारत में बीसीसीआई और सरकारी अधिकारियों के साथ संबंधों के पुनर्निर्माण के लिए करे. उन्होंने कहा, ”हालात और बिगड़ेंगे अगर गरमागरमी में बात करेंगे. एसीसी अध्यक्ष जय शाह ने कहा कि अगर एशिया कप दो स्थलों पर खेला जाएगा तो यात्रा और प्रसारण खर्च बढ़ जाएगा. यह बहुत कठिन होगा. यह भी एक सही प्वॉइंट भी है. पाकिस्तान को दुबई में एशिया कप की मेजबानी करनी चाहिए. भारत जाने के लिए सहमत हो और भविष्य के बारे में सोचें, क्योंकि पाकिस्तान के पास 2025 चैंपियंस ट्रॉफी है.”
‘लड़ाई से कोई लड़ाई नहीं जीती जाती’
कनेरिया ने पाकिस्तान से आग्रह किया है कि वह एशिया कप में किसी तटस्थ स्थान पर जाकर खेले, खासकर दुबई में. और फिर बाद में वनडे वर्ल्ड के लिए भारत की यात्रा करे. वह चाहते हैं कि पाकिस्तान भारत के साथ संबंध बेहतर और मजबूत बनाए ताकि 2025 में जब चैंपियंस ट्रॉफी हो तो भारत यात्रा के लिए तैयार हो जाए. उन्होंने कहा, ”पाकिस्तान को दुबई में एशिया कप खेलना चाहिए, वहां कुछ अच्छा पीआर करना चाहिए. फिर विश्व कप के लिए भारत की यात्रा करें, वहां कुछ अच्छे पीआर करें, भारत सरकार के अधिकारियों से मिलें और बातचीत शुरू करें. 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान को कहना चाहिए कि हम भारत को पाकिस्तान ले आएंगे और भारत आ जाएगा. अच्छे संबंध बनाओ. बीसीसीआई एक बड़ा बोर्ड है, यह रेवन्यू उत्पन्न करता है. आपको पाकिस्तान के खिलाड़ियों को आईपीएल में लाने की बात करनी चाहिए. लड़ाई से कोई लड़ाई नहीं जीती जाती. थोड़ा झुक जाओ, कोई फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन आइडिया पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी से पहले संबंधों को बेहतर और मजबूत बनाने का होना चाहिए.”