नई दिल्ली: साउथ की तमाम फिल्मों में जब आपने रजनीकांत के ऐक्शन सीन देखे होंगे तो यही सोचा होगा कि ऐसा तो हो ही नहीं सकता. हालांकि, स्टार के फैंस का एक ही जवाब होता है कि रजनी सर हैं तो सब मुमकिन है. बस ऐसा ही कुछ है वेंकटेश अय्यर का गेम भी. वेंकी, कुछ भी कर सकता है. कोलकाता नाइटराइडर्स के ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर ने रविवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ बेहतरीन शतक ठोका. वेंकटेश आईपीएल के इस सीजन में शतक लगाने वाले पहले भारतीय हैं.
वेंकटेश अय्यर ने 51 गेंद में 104 रन बनाए, जिसमें 6 चौके और 9 छक्के शामिल थे. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 203.92 का रहा. इससे पहले वेंकटेश गुजरात टाइटंस के खिलाफ शतक लगाने से चूक गए थे. उन्होंने अहमदाबाद में 83 रन की पारी खेली थी. वेंकटेश अय्यर ने वानखेड़े स्टेडियम में शतक लगाकर केकेआर के लिए आईपीएल में सेंचुरी के सूखे को भी खत्म कर दिया. कोलकाता के लिए पिछला शतक आईपीएल के डेब्यू सीजन यानी 2008 में ब्रैंडन मैकुलम ने लगाया था. मैकुलम ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 158 रन की पारी खेली थी.
अधकचरे मन से की शुरुआत
लड़कों के घर से ज्यादा बाहर रहने पर अक्सर मां-बाप कुटाई कर देते हैं, लेकिन वेंकटेश अय्यर के माता-पिता कामना करते थे कि बेटा घर से निकलकर कुछ खेलकूद भी किया करे. मां-बाप के जोर देने पर जब इस पढ़ाकू लड़के ने अधकचरे मन से खेलना शुरू किया तो फर्स्ट क्लास मैचों में एक के बाद एक कारनामे किए. पढ़ाई में शानदार परफॉर्मेंस दिखाने के बाद जब वेंकटेश ने अपने सेकेंड ऑप्शन की तरफ देखा तो वहां वह इतने कामयाब रहे कि उन्हें पीछे मुड़कर पहले विकल्प की तरफ जाने की जरूरत ही महसूस नहीं हुई.
सुपरस्टार रजनीकांत के फैन और मध्य प्रदेश से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले वेंकटेश ने फरवरी 2021 में विजय हजारे ट्रॉफी में पंजाब के खिलाफ 146 गेंदों पर 198 रन की विस्फोटक पारी खेली. इसमें 20 चौके और 7 छक्के शामिल थे. इसके बाद ही वो चर्चा में आ गए. आबूधाबी में अपनी पहली ही आईपीएल पारी में वेंकटेश अय्यर ने जो हाथ दिखाए थे, उसके बाद से ही लोगों को अंदाजा हो गया कि यह लंबी रेस का घोड़ा है.