जालौन: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय का 2 चरणों में चुनाव होना है. पहले चरण में 4 मई को जालौन की 4 नगर पालिका और 7 नगर पंचायत में वोट डाले जाएंगे. जिसमें मतदाता अध्यक्ष और पार्षद को चुनेंगे. जिसमें जालौन की एट नगर पंचायत सीट पर पहली बार मतदाता नगर पंचायत अध्यक्ष को चुनने जा रहे है. इस सीट पर पहली बार अध्यक्ष का चुनाव होगा जो महिला अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व की गई है. इससे पहले इस सीट पर मतदाता ग्राम प्रधान को अपने वोट से चुनते थे. तीन साल पहले इस सीट को योगी सरकार ने ग्राम पंचायत से नगर पंचायत में तब्दील किया गया था.
जालौन जनपद में कुल 7 नगर पंचायत सीट है, जिसमें एट जालौन जनपद की सबसे बड़ी नगर पंचायत सीट है. जिसमें सर्वाधिक 12 वार्ड हैं और कुल 15181 मतदाता है. जिसमें 8292 पुरुष मतदाता, जबकि 6889 महिला मतदाता है, जो एट नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इस सीट पर पहली बार अनुसूचित जाति की महिला अध्यक्ष पद की कमान संभालेगी. अभी तक इस सीट पर प्रधानी के चुनाव होता था, जिसमें एक ही परिवार का ज्यादातर कब्जा रहा है.
अखिलेश सरकार में हुआ था नगर पंचायत बनाने का फैसला
इस सीट को ग्राम पंचायत से नगर पंचायत में तब्दील कराने के लिए सालों से संघर्ष चल रहा था और इस सीट को नगर पंचायत सीट बनाने की सबसे पहली घोषणा 2016 में सपा सरकार में हुई थी, जब प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने जालौन दौरे पर आए हुए थे, जिन्होंने एट में सपा नेता के घर आकर यहां के लोगों को आश्वासन दिया था कि इस सीट को ग्राम पंचायत से नगर पंचायत बनायेगे. साथ ही छौंक में आयोजित जनसभा में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि वह एट ग्राम पंचायत को नगर पंचायत बनाने की घोषणा करते है.
इसके लिए अखिलेश सरकार ने कैबिनेट बैठक में पास भी कर दिया था, मगर 2017 में सरकार चली जाने के कारण इसका नोटिफिकेशन जारी नहीं हो सका था, जब प्रदेश में योगी सरकार बनी, जिसके बाद यह मसला ठंडे बस्ते में चला गया. बाद में उरई से भाजपा विधायक गौरी शंकर वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कई बार पत्र के माध्यम से अवगत कराया, साथ ही मुलाकात कर एट ग्राम पंचायत को नगर पंचायत बनाने की मांग की.
8 दिसंबर 2019 को कैबिनेट ने लगाई इस प्रस्ताव पर मुहर
जिसके बाद जालौन के तत्कालीन डीएम डॉक्टर मन्नान अख्तर ने शासन को 8 मई 2018 और 30 अगस्त 2018 को एट ग्राम पंचायत को नगर पंचायत बनाने का प्रस्ताव भेजा था. इसकी अंतरिम अधिसूचना 7 दिसंबर 2018 को जारी की गई थी, साथ ही इस पर शासन ने आपत्तियां व सुझाव मांगे थे. आपत्तियों का निस्तारण करते हुए इसे अंतिम रूप दिया गया था, साथ ही 8 दिसंबर 2019 को कैबिनेट ने बैठक करते हुये इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी थी और इस सीट को ग्राम पंचायत से नगर पंचायत का दर्जा दे दिया गया था. तकरीबन 2 साल बाद कैबिनेट में प्रस्ताव पास होने के बाद इस सीट को ग्राम पंचायत से नगर पंचायत बनाने का नोटिफिकेशन जारी किया गया है.
ग्राम प्रधानी में रहा एक ही परिवार का कब्जा
एट नगर पंचायत जब ग्राम पंचायत थी, तब इस सीट पर एक ही परिवार का कब्जा रहा, इस सीट पर अरविंद कुमार निरंजन और लालजी उनकी दो पत्नियां इस सीट पर प्रधान रही है. लाल जी की दोनों पत्नियों ने भारी बहुमत से प्रधानी का चुनाव भी जीता था, साथ ही अरविंद भी इस सीट पर लगातार प्रधान रहे. एट ग्राम पंचायत की अनारक्षित, पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति के लिए जब भी सीट रिजर्व रही, इस परिवार ने ही जीत हासिल की. अनारक्षित पुरुष पर अरविंद निरंजन उर्फ लालजी ओबीसी पर अरविंद, ओबीसी महिला पर उनकी पहली पत्नी तथा महिला अनुसूचित जाति या अनुसूचित जाति पर उनकी दूसरी पत्नी ने जीत दर्ज की है.
नगर पंचायत में पहली बार बनेगी अनुसूचित जाति की महिला अध्यक्ष
ग्राम पंचायत से नगर पंचायत बनाई गई जालौन की एट सीट जिले की सबसे बड़ी नगर पंचायत की सीट है, नगर निकाय चुनाव का आरक्षण जारी किए जाने पर इस सीट को अनुसूचित जाति की महिला के लिए रिजर्व रखा गया है. एट की जनता पहली बार अनुसूचित जाति की महिला को अपना अध्यक्ष चुनेगी.