संभल: माफिया अतीक अहमद के बेटे असद के एनकाउंटर पर डॉ शफीकुर्रहमान बर्क के पोते और कुंदरकी मुरादाबाद विधायक जियाउर रहमान ने का बड़ा बयान दिया है. समाजवादी पार्टी के युवा विधायक और शहर संभल के सांसद के पोते ने सरकार पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि यह सब फर्जी एनकाउंटर है. दरअसल सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क हमेशा अपनी बयानबाजी को लेकर चर्चाओं में रहते हैं, आज वहीं उनके पोते जियाउर रहमान वर्क अपने बयानों को लेकर चर्चा में आ गए हैं. जियाउर नने सरकार पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए असद के एनकाउंटर को फर्जी बताया है.
उन्होंने कहा कि एक असली और फर्जी एनकाउंटर में फर्क है. एनकाउंटर में सच्चिया दुर्घटना इस टाइप की वारदात के अंतर्गत आता है, लेकिन यह फर्जी हो रहा है. हम यह चाहते हैं अगर किसी ने जुर्म किया है तो उसको सजा मिलनी चाहिए, लेकिन इससे पहले अदालत है. जांच पड़ताल की जानी चाहिए और जांच के बाद कोर्ट उन्हे सजा दे. इस तरह के फर्जी एनकाउंटर गलत हैं. कानून के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि सदन में योगी जी ने जो कहा था मिट्टी में मिला दूंगा. पहले तो यही बात गलत है फिर उसके बाद अब यह जो अंजाम सामने आ रहा है, हर आदमी उसके खिलाफ है.
एनकाउंटर किसी भी मसले का हल नहीं
वहीं इस एनकाउंटर पर सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि एनकाउंटर किसी भी मामले का हल नहीं है. उन्होंने कहा कि देश में कानून है और सजा कानून के हिसाब से दी जानी चाहिए है ना कि इस तरह से एनकाउंटर करके. बर्क ने कहा कि अगर उन्होंने जुर्म किया और वो दोषी थे तो उन्हे जेल भेजा जाना चाहिए था. इस तरह एनकाउंटर करना, खुद में गुनाह है.
उन्होंने कहा कि हमारे देश में एक मजबूत संविधान है, देश में कानून मौजूद है, किसी को भी सजा कानून के तहत ही मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश में कोर्ट हैं, वहां पर मुजरिमों पर केस चलना चाहिए, अगर जज फांसी सुनाए तो उन्हे जरूर फांसी की सजा होनी चाहिए. बर्क ने सवाल करते हुए कहा कि आखिर यह किस तरह का न्याय है कि न कोर्ट, न मुकदमा और सीधा एनकाउंटर.