ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी का मंगलवार को निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे। नदवी लंबे समय से बीमार चल रहे थे और डालीगंज के नदवा मदरसा में उनका निधन हुआ है। उन्हें इलाज के लिए रायबरेली से लखनऊ लाया गया था। मौलाना राबे हसनी नदवी एक प्रमुख इस्लामिक विद्वान थे। उन्हें भारत में इस्लामी शिक्षा और छात्रवृत्ति को बढ़ावा देने में उनके योगदान के लिए जाना जाता था। उनके निधन से मुस्लिम समुदाय में शोक की लहर है।
मोहम्मद राबे हसनी नदवी ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष और दारुल उलूम नदवतुल उलमा के चांसलर और इस्लामिक फ़िक़ह अकादमी के संरक्षक के रूप में कार्य किया है। उन्हें दुनिया के 500 सबसे प्रभावशाली मुसलमानों में नियमित रूप से सूचीबद्ध किया गया था। राबे हसनी नदवी का जन्म 1 अक्टूबर 1929 को टाकिया कलां, रायबरेली, में रशीद अहमद हसनी के परिवार में हुआ था। वह कई पुस्तकों के लेखक थे। बसपा सांसद दानिश अली ने ट्वीट कर लिखा कि प्रसिद्ध इस्लामिक विद्वान और अध्यक्ष, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मौलाना राबे हसनी नदवी साहब के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ, इतनी बड़ी और अपूरणीय क्षति पर उनके परिवार और पूरे मुस्लिम समुदाय के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।