New Delhi: उबर सीईओ के आए बुरे दिन? अपने ही कंपनी में कैब चलाने को हुए मजबूर, जानें क्या है मामला

New Delhi: उबर सीईओ के आए बुरे दिन? अपने ही कंपनी में कैब चलाने को हुए मजबूर, जानें क्या है मामला

नई दिल्ली: अगर आप शहर में रहते हैं तो कभी न कभी ऑनलाइन टैक्सी (Online Taxi) बुक की ही होगी. अगर आपने ऑनलाइन टैक्सी का इस्तेमाल किया होगा तो उबर कैब (Uber Cabs) बुक किया ही होगा. उबर दुनिया की सबसे बड़ी कैब कंपनियों में से एक है, जो 70 से ज्यादा देशों और 890 शहरों में अपनी सर्विस दे रही है.

अक्सर कैब कंपनी द्वारा ओवरचार्ज किए जाने, ड्राइवरों के साथ समस्याओं का सामना करने, और इसी तरह की अन्य घटनाओं के बारे में खबरें सुनने को मिलती रहती हैं. लेकिन कैब ड्राइवर को होने वाली परेशानियों के बारे में चर्चा कम ही होती है. उबर ड्राइवरों के सामने आने वाली चुनौतियों की तह तक जाने के लिए, कंपनी के सीईओ, दारा खोसरोशाही (Dara Khosrowshahi) ने एक बड़ा कदम उठाया.

मालिक खुद बना ड्राइवर

दरअसल, उबर ड्राइवरों और सर्विस एजेंट्स की लाइफ में हर दिन आने वाली परेशानियों को अच्छे से समझने के लिए वे खुद एक उबर ड्राइवर बन गए और सड़कों पर टैक्सी चलाई.

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, एक शाम जब वह एक ग्राहक को हवाई अड्डे के लिए कैब में ले जा रहे थे, तो कंपनी के चीफ लीगल ऑफिसर उन्हें फोन पर उबर के नेटवर्क पर हुए साइबर हमले की जानकारी दे रहे थे. उन्होंने एक और कैब राइड के बारे में बताया जब वह कस्टमर को पहुंचाकर वापस आते समेत लंबे ट्रैफिक जाम में फंस गए थे.

ड्राइवर्स की ये हैं परेशानियां

उबर ड्राइवर्स के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में खोसरोशाही ने कहा कि ड्राइवर अपने कस्टमर के ड्राप लोकेशन को नहीं देख पाते हैं. इसके अलावा ट्रिप को स्टार्ट करने से पहले ड्राइवर्स को उसकी एस्टिमेटेड कॉस्ट की जानकारी नहीं दी जाती है. उन्होंने कहा कि इससे ड्राइवर को पता नहीं चल पाता कि उन्हें ट्रिप के लिए कितने पैसे मिलेंगे.

खोसरोशाही ने यह भी कहा कि जब उन्होंने एक ट्रिप को रिजेक्ट कर दिया तो Uber एप ने उनपर दंड भी लगाया. उबर के सीईओ ने असभ्य और कम किराया देने वाले ग्राहकों से निपटने के अपने अनुभव को भी साझा किया. उन्होंने बताया कि कई कस्टमर ने उन्हें ट्रिप के अंत में तय किराए से कम का भुगतान किया. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि उबर एप में ड्राइवर के तौर पर साइन-इन करने की प्रक्रिया भी काफी जटिल थी.


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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