बैंकॉक: म्यांमार (Myanmar) की सेना की ओर से मंगलवार को मध्य म्यांमार में किए गए हवाई हमलों (Air Strike) में कई बच्चों सहित 100 से अधिक लोग मारे गए. वहीं संयुक्त राष्ट्र (UN) और पश्चिमी शक्तियों ने हमलों की निंदा की और जवाबदेही की मांग की. फरवरी 2021 के तख्तापलट में सेना द्वारा सत्ता पर कब्जा करने के बाद से दक्षिण पूर्व एशियाई देश अराजकता की ओर बढ़ गया और इसकी अर्थव्यवस्था चरमरा गई.
न्यूज एजेंसी AFP के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के अधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने कहा कि वह घातक हवाई हमलों से ‘भयभीत’ थे. हवाई हमलों के पीड़ितों में नृत्य करने वाले स्कूली बच्चे भी शामिल थे. वैश्विक संस्था ने उन लोगों को न्याय दिलाने के लिए कहा. सागाईंग क्षेत्र के सुदूर कंबालू कस्बे में मंगलवार तड़के हुए हमले में मरने वालों की संख्या 100 से अधिक बताई जा रही है.
हालांकि संयुक्त राष्ट्र ने मौत की पुष्टि नहीं की है. लेकिन कहा है कि कई नागरिक मारे गए. तुर्क ने म्यांमार की सेना पर एक बार फिर ‘स्पष्ट कानूनी दायित्वों और नागरिकों की रक्षा’ की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक बयान में कहा ‘आज म्यांमार सशस्त्र बलों द्वारा किए गए हमले की कड़ी निंदा करते हैं.’
प्रवक्ता ने कहा ‘गुटेरेस ने पूरे देश में आबादी के खिलाफ हिंसा के अभियान को समाप्त करने के लिए सेना के अपने आह्वान को दोहराया.’ वहीं अमेरिका ने कहा कि वह हवाई हमलों को लेकर बेहद चिंतित है. स्वतंत्र मीडिया की खबरों के मुताबिक शुरुआत में 50 लोगों के मारे जाने का अनुमान था, लेकिन यह संख्या अब 100 के आसपास हो चुकी है. सैन्य सरकार की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों के कारण घटना के बारे में स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है.
तख्तापलट विरोधी पीपुल्स डिफेंस फोर्स ग्रुप से जुड़े एक बचावकर्ता ने एएफपी को बताया कि मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. शवों को बरामद करने और पीड़ितों को चिकित्सा उपचार के लिए ले जाने के बाद, उन्होंने अनुमान लगाया कि मरने वालों की संख्या 100 तक हो सकती है. बता दें कि इससे पहले मार्च में शान राज्य में एक हमले में मठ में शरण लिए हुए 30 से अधिक लोग मारे गए थे