वॉशिंगटन: फ्लोरिडा से बेहद डरा देने वाला वीडियो सामने आया है. ऑनलाइन पोस्ट किए गए वीडियो में एक वन्यजीव अधिकारी दर्जनों अजगरों को मारते हुए दिखाई दे रहा है. यह घटना बीते गुरुवार की है. विदेशी न्यूज आउटलेट्स में बताया गया है कि यह वीडियो सनराइज रेप्टाइल्स फैसिलिटी का है, जिसमें 30 से अधिक अजगरों को मारा गया है. अधिकारियों ने सांप को मारने के लिए एक अलग तरह के उपकरण का भी इस्तेमाल किया.
मियामी हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, फ्लोरिडा फिश एंड वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन कमीशन (एफडब्ल्यूसी) के अधिकारियों ने इन अजगरों को मारकर फोटो भी खिंचवाई. वीडियो को स्नेक एडवोकेसी ग्रुप द्वारा साझा किया गया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि दो अधिकारी सांप को बॉक्स से निकालते हैं और दूसरा सांप के सिर पर किसी उपकरण से मारता है, कुछ सेकंड में ही वह मर जाता है, और उसके मुंह से खून निकलने लगता है. ऐसे ही 30 से अधिक सांपों को मार दिया जाता है.
स्नेक एडवोकेसी ग्रुप ने एक बयान में कहा कि अधिकारियों ने कुल मिलाकर 34 सांपों को मार डाला है. रेप्टाइल कीपर्स के अनुसार, अधिकारी यहां छापेमारी कर रहे थे. रेप्टाइल कीपर्स के एक प्रवक्ता डेनियल पार्कर ने कहा कि बोआ नाम की मादा अजगर गर्भवती थी, वो लगभग एक महीने में करीब 30-32 बच्चों को जन्म देने वाली थी. प्रत्येक को 4,000 डॉलर तक में बेचा जा सकता था.
छापेमारी की वजह
पार्कर के अनुसार, सांपों की मालकिन क्रिस कॉफी पर फरवरी 2021 में बर्मीज और रेटिकुलेटेड अजगरों को रखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, सिर्फ उन्हें ही अनुमति थी जिस पर राज्यों द्वारा लेबल लगाया गया था. नियम बदलने के बाद, एजेंसी ने संग्रह में सभी 120 प्रतिबंधित सरीसृपों के लिए नया घर खोजने के लिए पांच महीने का समय दिया था. क्रिस अधिकांश सांपों से छुटकारा पाने में सक्षम थीं, लेकिन समय सीमा आने तक लगभग 40 सांप बचे थे. क्रिस ने एफडब्ल्यूसी को सूचित किया और समय मांगा. क्रिस के पास कोई विकल्प नहीं था, उन्होंने अपने सांपों को सनराइज फैसिलिटी में रखा, जिसके मालिक बिल मैकएडम हैं. मैकएडम ने बताया, ‘यह एक बड़ी गलती थी और एफडब्ल्यूसी को इसकी कीमत चुकानी होगी. एफडब्ल्यूसी के पास शक्ति है और किसी के पास नहीं है और वे अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर रहे हैं. वे लोगों के संवैधानिक अधिकारों को रौंद रहे हैं, और यह गलत है.’