संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में निकाय चुनाव सकुशल और निष्पक्ष तौर पर संपन्न कराने को जिला प्रशासन तैयारियों में लगा हुआ है. जिले की तीन नगर पालिका और पांच नगर पंचायतों में इस बार 4 लाख 18 हजार 568 पुरुष एवं महिला मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. जिला प्रशासन आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों पर भी सख्ती के साथ निपटने को तैयार है. प्रशासन का कहना है कि आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. उन्हे किसी हाल में भी बख्शा नहीं जाएगा. फौरन कार्यवाही होगी. जिले में 4 मई को निकाय चुनाव के लिए मतदान होगा और 13 मई को मतगणना संपन्न कराई जाएगी.
बता दें कि बीते 9 अप्रैल को यूपी में निकाय चुनाव को लेकर आचार संहिता लगने के बाद पुलिस प्रशासन एक्शन एक्टिव हो गया है. संभल जिले में पुलिस प्रशासन ने नेताओं के होर्डिंग और बैनर आदि हटाने का काम किया है. संभल जिले के डीएम मनीष बंसल ने बताया कि जिले में तीन नगर पालिका और पांच नगर पंचायतो में चुनाव होना है. सभी तहसीलों पर नामांकन की प्रक्रिया 11 अप्रैल से शुरू होकर 17 अप्रैल तक चलेगी. सभी तहसीलों से पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी. साथ ही वहीं पर मतगणना होगी स्ट्रांग रूम भी तहसील पर बनाए जाएंगे.
पांच नगर पंचायतों में कुल 151 वार्ड
जिले की तीन नगरपालिका और पांच नगर पंचायतों में कुल 151 वार्ड हैं वहीं कुल 442 बूथ बनाए गए हैं. जहां सारी सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई हैं. 13 जोन एवं 33 सेक्टर में क्षेत्र को बांटकर अधिकारियों की तैनाती की गई है. उन्होंने बताया कि 1 अप्रैल को अंतिम सूची प्रकाशित की गई है. जिसमें 418568 मतदाता हैं जिसमे पुरुष मतदाता 216537 एवं महिला मतदाता 202031 हैं. कुल 6085 मतदाता बढ़े हैं. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डीएम ने बताया कि नामांकन स्थल पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
जिले में 113 बूथ संवेदनशील श्रेणी में है. तो वहीं 270 अति संवेदनशील तथा 39 बूथों को हाइपर प्लस चिन्हित किया गया है. इन बूथों पर पीएसी बल, सशस्त्र बल की तैनाती की जाएगी. उन्होंने चुनाव की प्रक्रिया को निष्पक्ष एवं सकुशल संपन्न करने का दावा किया है. जिलाधिकारी ने आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों को भी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि जितने भी उम्मीदवार हैं. अगर उन्होंने वोटरों को लुभाने की किसी भी प्रकार की कोशिश की तो आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी और तत्काल एफआईआर करा कर चुनाव आयोग के आदेशों का पालन किया जाएगा.