मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर के चरथावल में रोनी हर्जीपुर गांव के लोग नाग की दहशत के साये में जी रहे हैं. हाल ही में एक नागिन की हत्या करने के बाद ग्रामीणों को डर है कि नाग कभी भी गांव में आकर तबाही मचा सकता है. ग्रामीणों का डर इसलिए भी बड़ा हो गया कि जिसने नागिन को मारा था, उसी के घर में सांप के 80 अंडे मिले हैं. लोगों में भय इस कदर है कि चारपायी से पैर नीचे करने में भी उन्हें सोचना पड़ रहा है.
ग्रामीणों का कहना है कि पांच साल पहले भी गांव के एक युवक ने नाग की हत्या की थी. इस घटना के अगले ही दिन नागिन ने उस युवक के बेटे को डंस कर बदला लिया था. जानकारी के मुताबिक रोनी हर्जीपुर में रहने वाले आबाद के घर में दो दिन पहले एक नाग और नागिन देखे गए थे. उस समय आबाद ने नागिन को डंडे से मार दिया था, जबकि नाग एक बिल में घुसकर जान बचाने में सफल हो गया था. इस घटना के अगले दिन आबाद के घर की सफाई हो रही थी.
इसी दौरान अनाज के ड्रम के नीचे सांप के 80 अंडे पाए गए. इन अंडों को देखकर ग्रामीण डर गए. आनन फानन में इन सभी अंडों को पास के खेतों में गड्ढा खोद कर दबा दिया गया. बावजूद इसके ग्रामीणों में इस बात का डर है कि नाग अभी तो जान बचाने के लिए भाग गया है, लेकिन बदला लेने जरूर आएगा. ग्रामीणों का कहना है कि मौत तो साफ दिख रही है, लेकिन यह बताना मुश्किल है कि नाग का कहर किसके ऊपर टूटेगा.
ग्रामीणों ने बताया कि स्थिति यहां तक आ गई है कि लोग शाम ढलने के बाद या फिर दिन के उजाले में नंगे पैर चलने से परहेज करने लगे हैं. यहां तक कि चारपायी से पैर नीचे उतारने से पहले भी कई बार नीचे व आसपास देख ले रहे हैं. उन्हें डर हो गया है कि नाग बदला लेने की फिराक में होगा और कभी भी किसी चारपायी या जूते में घुसकर किसी के ऊपर हमला कर सकता है.
पांच साल पहले भी हो चुकी है घटना
ग्रामीणों के मुताबिक पांच साल पहले भी इसी तरह की घटना हुई थी. उस समय गांव के ही सलीम के घर में नाग और नागिन देखे गए थे. उस समय सलीम ने नाग को मार दिया था, जबकि नागिन मौका देखकर सरक गई थी. इस घटना के बाद परिवार के लोग आश्वस्त हो गए, लेकिन अगले ही दिन नागिन ने फिर से घर के अंदर घुसकर सलीम के बेटे को डंस लिया था. उसी तरह की नई घटना सामने आने के बाद लोगों में दहशत की स्थिति बन गई हैं. उधर, डिप्टी रेंजर कुलदीप सिंह ने बताया कि उन्हें इस तरह की किसी घटना की जानकारी नहीं है. अब चूंकि मामला संज्ञान में आया है तो टीम भेज कर मामले की जांच कराई जाएगी.