राहुल गांधी को लेकर वार-पलटवार का दौर जारी है। इसी कड़ी में कांग्रेस के पूर्व नेता, राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल एक साथ आ रहे हैं क्योंकि वे देख रहे हैं कि क्या हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एक भी विपक्षी दल ऐसा नहीं है जो ईडी, सीबीआई के राडार पर न हो। सिब्बल ने कहा कि इन एजेंसियों का इस्तेमाल गैर-बीजेपी राज्य सरकारों को गिराने के लिए किया जा रहा है। पहले बीजेपी का लक्ष्य कांग्रेस मुक्त भारत था, लेकिन अब यह विपक्ष मुक्त राष्ट्र है। इसके साथ ही सिब्बल ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान से असहमति भी जताई।
राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराने का संज्ञान लेने के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी का आभार जताया गया था। लेकिन कपिल सिब्बल ने इससे अपनी अलग राय रखी है। सिब्बल ने शुक्रवार को कहा कि हमें विदेश से समर्थन की जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारी लड़ाई हमारी अपनी है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हमें आगे चलने के लिए बैसाखियों की जरूरत नहीं है। सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘दिग्विजय सिंह : ‘भारत में लोकतंत्र से किस तरह खिलवाड़ किया जा रहा है, इसका संज्ञान लेने के लिए बर्लिन का शुक्रिया।’ मेरी राय : हमें आगे चलने के लिए बैसाखियों की जरूरत नहीं है। हमें विदेश से समर्थन की जरूरत नहीं है। हमारी लड़ाई हमारी अपनी है और उसमें हम एक साथ हैं।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी को धन्यवाद दिए जाने के बाद विपक्षी पार्टी पर ‘भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के लिए विदेशी ताकतों को आमंत्रित करने’ का आरोप लगाया था। इसके साथ ही राज्यसभा सांसद ने कहा कि मोदी हर जगह पिछड़ा (जाति) नहीं है, मोदी कोई संस्था नहीं है तो ये किस आधार पर कह रहे हैं कि राहुल गांधी ने ओबीसी लोगों का अपमान किया? तो वह माफी क्यों मांगे? उन्होंने कहा कि उन्हें (बीजेपी को) माफी मांगनी चाहिए क्योंकि वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, वे लोकतंत्र को खतरे में डालने की साजिश कर रहे हैं।