UP Govt: उत्तर प्रदेश में सरकार छात्रों को ‘स्मार्ट’ बनाने की पहल शुरू कर रही है. इसके लिए छात्रों के बीच लैपटॉप और टैबलेट बांटे जाएंगे. छात्रों के बीच स्मार्टफोन और टैबलेट का ये ड्रिस्ट्रिब्यूशन ‘फ्री ऑफ कोस्ट’ यानी इसके लिए एक भी रुपया नहीं लिया जाएगा. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि 12 हजार से ज्यादा स्कूलों में स्मार्टक्लास बनाकर उन्हें डिजिटल किया गया है. दरअसल, UP Govt ने बुधवार को 10 लाख टैबलेट और 25 लाख स्मार्टफोन की खरीद के लिए बोली दस्तावेज को मंजूरी दी है.
यूपी सरकार की तरफ से ये मंजूरी स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तीकरण योजना के अंतर्गत दी गई है. इसका मकसद युवाओं को टेक्निकल तौर पर सशक्त करना है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में स्मार्टफोन और टैबलेट खरीद को लेकर फैसला लिया गया. स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तीकरण योजना के तहत होने वाले इस डिस्ट्रिब्यूशन के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 में 1800 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे.
यूपी में स्मार्ट हुए स्कूल
शिक्षा विभाग ने बताया है कि राज्य सरकार यूपी के परिषदीय विद्यालयों को 2 लाख से ज्यादा टैबलेट देने वाली है. इसके अलावा सरकार का प्लान है कि एक साल के भीतर 30 हजार स्कूलों को स्मार्ट किया जाएगा. अभी तक यूपी सरकार ने 12 हजार से ज्यादा स्कूलों में स्मार्टक्लास बनाई गई है. शिक्षा विभाग ने ट्वीट किया, ‘टैबलेट, स्मार्ट क्लास, कम्प्यूटर और साइंस की लैब…ये है नए उत्तर प्रदेश के बदलते बेसिक स्कूलों की नई तस्वीर.’
किन्हें मिलेंगे टैबलेट-स्मार्टफोन?
UP के ग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट, डिप्लोमा, स्किल डेवलपमेंट, पैरामेडिकल और नर्सिंग आदि विभिन्न एजुकेशन/ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत पढ़ाई करने वाले छात्रों को फ्री में टैबलेट और स्मार्टफोन दिया जाएगा. सरकार का कहना है कि इसके जरिए वे न सफलतापूर्वक अपना कोर्स पूरा कर पाएंगे, बल्कि वे इसका सही ढंग से इस्तेमाल कर अलग-अलग सेक्टर्स में काम कर पाएंगे. सरकार ने कहा कि हमारा मकसद राज्य के युवाओं को टेक्निकली सशक्त बनाना है.