नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की रियल लाइफ स्टोरी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. शायद इसीलिए जब माही की जिंदगी रुपहले पर्दे पर आई तो लोगों ने उसे खूब पसंद किया. फिल्म के जरिए धोनी की लाइफ की झलक हर किसी तक पहुंची और सभी ने उनके जज्बे को सलाम किया. धोनी आईपीएल के एक और एडिशन के लिए कमर कस चुके हैं. 4 बार के चैंपियन कप्तान की टीम का पहला मुकाबल 31 मार्च को गुजरात टाइटंस से होना है.
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान और कैप्टन कूल कहे जाने वाले एमएस धोनी ने अपने खेल और संतुलित व्यहार से हर किसी को प्रेरित किया है, इसलिए प्रशंसकों के मामले में धोनी हमेशा से धनी रहे हैं. यह बात तब और पुख्ता हो गई जब मोस्ट एडमायर मैन इन इंडिया सर्वे में धोनी दूसरे नंबर पर रहे. पहला स्थान था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का. लोगों का प्यार सचिन तेंदुलकर से ज्यादा माही पर बरसा. एक इंटरव्यू में एमएस धोनी से जब इस पर बात की गई तो उन्होंने कहा, मेरे साथ बहुत अनुभवी टीम थी, जिससे मुझे मदद मिली. अगर प्रधानमंत्री के बाद लोगों ने सबसे ज्यादा मुझे पसंद किया है तो यह मेरे लिए गर्व की बात है.
धोनी ने मजाकिया अंदाज में कहा कि इसके बाद लगता है कि मैं इलेक्शन में आ सकता हूं. हालांकि, फौरन ही माही ने कहा कि राजनीति बहुत कठिन काम है, ये मेरे लिए नहीं है. मैं आर्मी पर्सन हूं और मुझे जवानों के साथ वक्त बिताना पसंद है. धोनी ने आगे कहा, अगर मैं राजनीति में गया भी तो मुझे बहुत पढ़ना पड़ेगा. मुझे खुद को बहुत ज्यादा बदलना होगा. जब लोग कहते हैं कि मैं बहुत लकी हूं, तब मैं सोचता हूं कि मैं खुशनसीब इसलिए हूं क्योंकि इतने सारे लोग मुझ से जुड़ाव महसूस करते हैं. मेरे लिए दुआएं करते हैं. मेरे लिए खड़े रहते हैं. मुझे प्यार करते हैं.
‘वर्ल्ड कप जीतने से ज्यादा कठिन है…’
पॉलिटिक्स में आने और प्रधानमंत्री बनने से जुड़े सवाल पर एमएस धोनी ने कहा कि ये वर्ल्ड कप जीतने से भी ज्यादा प्रेशर वाला काम है. धोनी ने कहा, राजनीति बेहद कठिन है और यह हर किसी के बस की बात नहीं. लोगों को राजनीतिज्ञों की आलोचना करने में मजा आता है जबकि, ये बेहद मुश्किल काम है. हर कोई चेंजमेकर नहीं बन सकता है.