केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा कि ‘क्वांटम कंप्यूटिंग’ आधारित देश का पहला टेलीकॉम नेटवर्क लिंक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुरू हो चुका है. ‘अंतरराष्ट्रीय क्वांटम एनक्वेल’ को संबोधित करते हुए दूरसंचार मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में संचार भवन और सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) के बीच क्वांटम कम्युनिकेशन लिंक अब शुरू हो गया है.
वैष्णव ने एथिकल हैकर्स को सिस्टम में सेंध लगाने पर 10 लाख रुपये का पुरस्कार भी दिया जाएगा. दूरसंचार मंत्री ने घोषणा करते हुए कहा, ‘हम हैकाथन भी शुरू कर रहे हैं. जो भी इस सिस्टम को और सी-डॉट द्वारा विकसित सिस्टम को तोड़ सकेगा, उसे हर बार सेंध लगाने पर 10 लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा.’
अश्विनी वैष्णव ने इसके अलावा क्वांटम कंप्यूटिंग फर्मों की एक छोटी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. साथ ही उन्होंने इन फर्मों को टेलीकॉम नेटवर्क और भारतीय रेलवे के लिए पायलट प्रोजेक्ट चलाने के लिए आमंत्रित भी किया है.
Quantum Computing क्या है?
क्वांटम कंप्यूटिंग एक मॉडर्न टेक्नोलॉजी है. इस टेक्नोलॉजी से लैस कंप्यूटर का इस्तेमाल कई समस्याओं के समाधान के लिए किया जाता है. इन कंप्यूटर को तेज स्पीड से काम करने के लिए बनाया जाता है. क्वांटम कंप्यूटर काफी तेजी से डेटा को प्रोसेस करते हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि एथिकल हैकर्स एक जिम्मेदार प्रोफेशनल होते हैं, और इनके इरादे गलत नहीं होते हैं, बल्कि एथिकल हैकर किसी सिस्टम में मौजूद कमियों या खामियों का पता लगाकार उसे हैक करने की कोशिश करते हैं. ऐसे में कंपनियों या संस्थाओं को अपने सिस्टम में मौजूद खामियों के बारे में पता चलता है और फिर वे उसे ठीक करती है.