वाशिंगटन: राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि सीरिया में एक हमले के जवाब में अमेरिकी सेना उनकी रक्षा के लिए बलपूर्वक कार्रवाई करेगा. अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार को सीरिया में ईरान समर्थित बलों और अमेरिकी कर्मियों के बीच हमले में एक अन्य अमेरिकी सेवा सदस्य घायल हो गया है. गुरुवार को अमेरिका ने ईरान समर्थित ताकतों के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी जिसके बाद ईरान ने भी इसका जवाब दिया. सीरिया में हुए ड्रोन हमले से एक अमेरिकी ठेकेदार की मौत हो गई और पांच अमेरिकी सैनिक और एक अन्य ठेकेदार घायल हो गए यानी 6 घायल हैं और 1 की मौत हो चुकी है.
सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार को संदिग्ध अमेरिकी रॉकेट आग ने पूर्वी सीरिया में नए क्षेत्रों को निशाना बनाया था. जिसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. सीरिया में ईरानी-समर्थक बलों ने शुक्रवार देर रात एक ऑनलाइन बयान में कहा कि उनके पास अमेरिकी हमलों का जवाब देने के लिए लंबी भुजा है. यह हिंसा वाशिंगटन और तेहरान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और बढ़ा सकती है, क्योंकि रूस द्वारा यूक्रेन के खिलाफ ईरानी ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. सीरिया में तैनात अमेरिकी सेना पर पहले भी ड्रोन से हमला किया जा चुका है, लेकिन मौतें दुर्लभ हैं.
फिलहाल जो बाइडन इस वक्त कनाडा दौरे पर हैं. यहां उनसे ईरान द्वारा सीरिया में हुए हमलों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अमेरिका ईरान से कोई जंग नहीं चाहता लेकिन हम अपने लोगों को बचाने के लिए बलपूर्वक कार्रवाई करेंगे, इसलिए ‘हम रुकने वाले नहीं हैं.’ सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स, जो सीरिया में युद्ध की निगरानी करता है, उसने कहा कि अमेरिकी हमलों में आठ ईरानी समर्थक लड़ाके मारे गए है.
इस्लामिक स्टेट के खिलाफ ओबामा प्रशासन के अभियान के दौरान पहली बार अमेरिकी सेना को सीरिया में तैनात किया गया था, जिसमें कुर्द के नेतृत्व वाले समूह सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस के साथ साझेदारी की गई थी. सीरिया में लगभग 900 अमेरिकी सैनिक हैं, जिनमें से अधिकांश पूर्व में हैं. अमेरिकी सेना के अनुसार, 2021 की शुरुआत के बाद से ईरानी समर्थित समूहों द्वारा अमेरिकी सैनिकों पर लगभग 78 बार हमला किया गया है.