रामचरित मानस पर अखिलेश की बेबाक राय, कहा- यदि कुछ गलत है तो स्वीकार करें

रामचरित मानस पर अखिलेश की बेबाक राय, कहा- यदि कुछ गलत है तो स्वीकार करें

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का श्रीराम चरित मानस पर रुख अब भी सख्त है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कोई भी धर्म हो, यदि गलती है तो उसे स्वीकार करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आज देश में बड़ी संख्या में लोग खुद को शूद्र कहने लगे हैं. उन्होंने कहा कि मैं एक सोशलिस्ट व्यक्ति हूं और हर अच्छी बात को स्वीकार करता हूं. लेकिन जहां जो कुछ गलत लिखा जा रहा है या जो कुछ गलत कहा जा रहा है, तो उसका विरोध होना ही चाहिए.

अखिलेश यादव शुक्रवार को संपादकों के इंटरव्यू में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने सदन के फ्लोर पर गैलिलियो की कहानी बताई थी. यह कहानी उस समय की है जब गैलिलियो ने दावा किया था कि सूर्य स्थिर है और पृथ्वी उसका चक्कर लगाती है. उनके इस दावे पर चर्च ने उन्हें सजा दिया, जिसकी कीमत उन्हें जान देकर चुकानी पड़ी. चूंकि गैलिलियो सही थे, इसलिए 400 साल बाद ही सही, आखिरकार चर्च ने भी उनकी थ्यौरी को स्वीकार कर लिया.

अखिलेश यादव ने कहा कि ठीक यही स्थिति श्रीराम चरित मानस या मनु स्मृति को लेकर भी है. उन्होंने कहा कि वह किसी भी ग्रंथ, धर्म या विचार के खिलाफ नहीं है, लेकिन वह कोई गलत बात कैसे स्वीकार कर सकते हैं. बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री ने सबसे पहले श्रीराम चरित मानस की चौपायी पर सवाल उठाया था. वहां इसको लेकर विवाद शुरू ही हुआ था कि उत्तर प्रदेश में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी अपने तरीके से उठाया और पूरे प्रदेश में माहौल बनाने की कोशिश की.शुरुआत में समाजवादी पार्टी ने भी उनके इस बयान का पूरा समर्थन किया.

यहां तक कि इस बयान के बाद पार्टी में स्वामी प्रसाद का कद बढ़ा कर उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बना दिया गया. वहीं उनका विरोध करने पर रिचा व एक अन्य पार्टी नेता को बाहर का रास्ता दिखा दिया. इस बयान को लेकर देश भर में खूब विरोध हुआ था. अयोध्या से लेकर वृंदावन व काशी से कांची तक साधु संतों ने स्वामी प्रसाद के बयान की निंदा की. हनुमानगढ़ी अयोध्या के महंत राजू दास ने तो विधिवत स्वामी प्रसाद का सिर काटने पर इनाम की भी घोषणा कर दी थी. वहीं लखनऊ समेत अलग अलग स्थानों पर इस बयान को लेकर स्वामी प्रसाद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन आदि किया गया था.


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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