पिछले काफी समय से ये चर्चा चल रही है कि Apple MacBook सीरीज के लिए OLED डिस्प्ले पैनल पर काम कर रहा है. अब एक नई रिपोर्ट से ये बात सामने आई है कि ऐसा जल्द ही हो सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक Apple MacBook Air पहला मैकबुक डिवाइस हो सकता है, जिसमें OLED डिस्प्ले पैनल देखने को मिले. इसे 2024 की शुरुआत में पेश किया जा सकता है. आइए जानते हैं कि OLED डिस्प्ले में क्या खास होता है.
9to5 Mac की रिपोर्ट के मुताबिक अपकमिंग MacBook Air में टैंडम स्टैक OLED टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा. जोकि OLED टेक्नोलॉजी का एक फॉर्म है. ये टेक्नोलॉजी डिस्प्ले की लाइफ, पावर एफिशिएंसी और ब्राइटनेस को एन्हांस करती है. हालांकि, रिपोर्ट में ये कहा गया है कि MacBook Pro में निकट भविष्य में मिनी-LED स्क्रीन मिलती रहेगी. Mini-LED OLED का सब्स्टिट्यूट है. ये कुछ मामले कुछ प्रभावी हैं तो कुछ में ज्यादा
डिस्प्ले सप्लाई चेन कंसल्टेंट्स के सीईओ Ross Young ने एक पहले ये जानकारी दी थी कि ऐपल 2024 में OLED डिस्प्ले के साथ एक नया 13.3-इंच MacBook लॉन्च करेगा. साथ ही ऐपल एनालिस्ट Ming-Chi Kuo ने भी ये सजेस्ट किया था कि कंपनी 2024 के अंत से पहले OLED MacBook मॉडल्स लॉन्च करेगी
OLED और LED में क्या होता है फर्क?इन दोनों टेक्नोलॉजी में बड़ा अंतर इनके काम करने के तरीके में होता है. LED यानी लाइट एमिटिंग डायोड डिस्प्ले इमेज क्रिएट नहीं करते. ये वास्तव में ट्रांसपेरेंट LCD (लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले) द्वारा हैंडल होते हैं. लेकिन चूंकि LCDs खुद की लाइट एमिट नहीं करते. ऐसे में पैनल, LED द्वारा लाइट नहीं दिए जाने पर ब्लैक दिखाई देता है. इसलिए LED को पीछे जगह दी जाती है. यानी सीधे शब्दों में कहें तो LED की लाइट से LCD दिखाई देता है.
वहीं, OLED यानी ऑर्गैनिक लाइट इमिटिंग डायोड में ये बैकलाइटिंग वाली समस्या दूर हो जाती है. क्योंकि, ये पिक्चर और लाइट दोनों क्रिएट करते हैं. आप इसमें हर पिक्सल को एक छोटे लाइट चेंजिंग बल्ब की तरह मान सकते हैं. ऐसे में ये परफेक्ट ब्लैक लेवल देने के लिए पूरी तरह बंद हो सकते हैं. यानी तो पूरी तरह से सफेद या किसी कलर में तब्दील हो सकते हैं
OLED डिस्प्ले का फायदा ये होता है कि इससे किसी भी डिवाइस को स्लिम बनाया जा सकता है. इससे LED की तुलना पावर कंजप्शन भी कम होता है. क्योंकि, जब ये ब्लैक पिक्सल को पूरी तरह बंद करता है तब पावर नहीं लेता है. इन सबके अलावा इस डिस्प्ले में बेहतरीन ब्लैक लेवल्स भी देखने को मिलते हैं. यानी ये कई मामलों में LCD, LED और QLED डिस्प्ले से बेहतर होते हैं. लेकिन, ये महंगे भी होते हैं.