लखनऊ पुलिस ने पंजाब जेल में बंद कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के नाम पर खुनखुन जी ज्वैलर्स के मालिक उत्कर्ष अग्रवाल से 30 लाख रुपए रंगदारी मांगने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह लोग खुद को गोल्डी बराड़ का दाहिना हाथ बताते हुए उत्कर्ष अग्रवाल को व्हाट्सएप कॉल करके रंगदारी मांगी थी।
21 मार्च को पीड़ित की शिकायत के बाद पुलिस रही थी खोज
डीसीसीपी पश्चिम एस चिनप्पा ने बताया कि चौक में खुनखुन जी ज्वैलर्स के मालिक से रंगदारी मांगने वाले सुलतानपुर के बघराजपुर बांसमंडी निवासी विवेक यादव और सुलतानपुर के मोतियारपुर निवासी अमित यादव को गिरफ्तार किया है। इन लोगों की पुलिस 21 मार्च से तलाश कर रही थी।
चौक स्थित खुनखुन जी कोठी निवासी उत्कर्ष अग्रवाल को 21 मार्च को सुबह 11.35 बजे व्हाट्सएप कॉल आई थी।
उन्होंने बताया कि फोन करने वाले ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का आदमी बताते हुए 30 लाख रूपए न देने पर गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी।
साथ ही पैसा न देने की बात कहने पर कहा कि तुमको अपने परिवार से प्यार नहीं है क्या! तुम नहीं जानते कि हम क्या कर सकते हैं यदि जानना चाहते हो तो आज बता देंगे।
सर्विलांस की मदद से हुई गिरफ्तारी
एसीपी चौक आईपी सिंह ने बताया कि उत्कर्ष अग्रवाल की तरफ से दर्ज एफआईआर के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही थी।
सर्विलांस की मदद से दोनों को शुक्रवार को चारबाग रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया।
यह लोग गाजियाबाद में रहकर प्राइवेट नौकरी कर रहे थे। इन लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के विषय में जानकारी हुई।
जिसके बाद इनटरनेट से खुनखुन जी ज्वैलर्स का नंबर खोजकर रंगदारी मांगी। दोनों के आपराधिक इतिहास के विषय में जानकारी जुटाई जा रही है।