फ्रांस: इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ पेंशन कानून को लेकर लोगों का फूटा गुस्सा, हिंसा के बाद 234 गिरफ्तार

फ्रांस: इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ पेंशन कानून को लेकर लोगों का फूटा गुस्सा, हिंसा के बाद 234 गिरफ्तार

फ्रांस (France) में पेंशन पर बवाल हो रहा है. सरकार के खिलाफ पेंशन सुधार कानून को लेकर प्रदर्शन हो रहा है. संसद में मतदान के बिना रिटायरमेंट (Retirement) की आयु 62 से बढ़ाकर 64 करने के लिए विभाजनकारी बिल को लागू करने के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) के फैसले के खिलाफ कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. इसमें फ्रांसीसी कचरा संग्रहकर्ता, रिफाइनरी कर्मचारी और अन्य लोग शामिल हैं

न्यूज एजेंसी AP के अनुसार इमैनुएल मैक्रों के इस कदम से देश में काफी लोग नाराज हैं. पेरिस पुलिस ने मंगलवार को कहा कि राजधानी में रात भर में 234 लोगों को सड़कों पर कचरे में आग लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. ज्यादातर छोटे, बिखरे हुए विरोध प्रदर्शन फ्रांस के आसपास के शहरों में आयोजित किए गए.

हालांकि सोमवार देर रात प्रदर्शन हिंसा में बदल गया. हड़ताल के 16वें दिन कचरा संग्रहकर्ताओं के छोटे-छोटे समूहों ने पेरिस में कचरे के ढेर में आग लगा दी. पेरिस पुलिस के प्रीफेक्ट लॉरेंट नुनेज ने कहा कि हिंसा 300 लोगों के समूह द्वारा राजधानी से तेजी से आगे बढ़ने के कारण हुई.

नुनेज ने बताया कि हिंसा के बाद उन्होंने एक आंतरिक जांच का आदेश दिया. फ्रेंच सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे वीडियो में देखा गया कि एक अधिकारी पीछे की ओर चल रहे एक व्यक्ति को घूंसा मार रहा था, जिससे वह जमीन पर गिर गया था.

फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न (Elisabeth Borne) ने हाल के दिनों में घायल हुए 400 पुलिस अधिकारियों के प्रति सरकार की एकजुटता व्यक्त की. इसमें से 42 पुलिस वाले एक रात में घायल हुए हैं. वहीं दो अविश्‍वास प्रस्‍तावों तक सरकार बने रहने के बाद मैक्रों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री संसदीय नेताओं और अपने मध्यमार्गी गठबंधन के सांसदों के साथ राजनीतिक बैठकों की एक योजना बनाई है.

मंगलवार को संसद के निचले कक्ष में बोलते हुए बोर्न ने समझौता करने और सांसदों के साथ काम करने सहित फ्रांसिसियों की चिंताओं के लिए सबसे अच्छी प्रतिक्रिया की तलाश करने के लिए आने वाले महीनों में काम जारी रखने की कसम खाई. लेकिन वामपंथी सांसद मैथिल्डे पनोट ने बोर्न को चेतावनी दी और कहा कि आप झुकेंगे.


 feocib
yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

Leave a Reply

Required fields are marked *