राजस्थान में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी सत्ता में वापसी करने और सरकार के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करने में जुटी है। अब चुनाव नजदीक आते देख आक्रमण होने लगी है। इसकी को लेकर अप्रैल के फर्स्ट वीक में बीजेपी बाड़मेर जिला मुख्यालय पर जन आक्रोश रैली का आयोजन कर सरकार को घेरेगी। भाजपा जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह खारा ने प्रेस वार्ता कर कहा राजस्थान के लोगों ने भूल वश कांग्रेस सरकार बना दी थी। सत्ता में आते ही जनता का सरकार को लेकर जबरदस्त आक्रोश है।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस राज में जंगलराज, भ्रष्टाचार व कुशासन बढ़ा है। इससे जनता त्रस्त हो चुकी है। कांग्रेस ने सत्ता में आने के लिए किसानों की संपूर्ण कर्ज माफी की घोषणा की थी, लेकिन सरकार कार्यकाल पूरा होने वाला है लेकिन कर्ज माफ नहीं हुआ है। 60 लाख किसानों एक लाख 20 हजार करोड़ रुपए का कर्जा किसानों पर है। 9 हजार किसानों की जमीन कुर्क कर दी गई है। पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है। कानून नाम की कोई चीज नहीं है। हर साल 8 लाख मुकदमें दर्ज हो रहे है। इसमें एक लाख इकसठ हजार महिला उत्पीड़न के है। करीब 6500 हजार रेप इतने मर्डर के मामले दर्ज हो रहे है। औसत देखे तो रोजना 17-18 मुकदमें रेप के दर्ज हो रहे है। साम्प्रदायिक के आधार पर अलग-अलग जिलों में बर्बरतापूर्वक मर्डर कर दिए गए। सरकार का संरक्षण प्राप्त है। सड़कों पर डॉक्टरों पर डंडे बरसाए जा रहे है। वीरागनाओं का अपमान किया जा रहा है। इन्ही सब मुद्दों को लेकर भाजपा अप्रैल के फर्स्ट वीक बाड़मेर जिला मुख्यालय पर जन आक्रोश रैली होगी। इसमें केंद्रीय व राज्य संगठन के नेता शामिल होंगे।
बाड़मेर संभाग बने, सरकार ने की अनदेखी
जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह ने कहा कि बाड़मेर संवेदनशील इलाका है और यह संभाग बनने की योग्यता रखता है। बाड़मेर को संभाग बनाने की मांग को सीएम ने अनदेखा कर सीएम अशोक गहलोत ने बंदरबांट की गई। जोधपुर 65 किमी दूर पाली को संभाग बना दिया लेकिन जोधपुर से 200 किमी दूर बाड़मेर को नहीं बनाया। बाड़मेर की अनदेखी को लेकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ जनता में रोष है।
हर विधायक खुद को सीएम समझता है।
जिलाध्यक्ष खारा ने कहा कि कांग्रेस का हर विधायक अपने आप को सीएम से कम नहीं समझता है। कानून और प्रशासन को अपने हिसाब से चलाता है। पुलिस के हाथ बंधे हुए है। वो चाहते हुए भी कानून व्यवस्था नहीं बना पा रही है। विधायक आपसी लड़ाई में उलझे हुए है। पायलट और गहलोत के बीच में सीएम कुर्सी की रेस चल रही है। आने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को जनता सबक सिखाएगी। इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष आदूराम मेघवाल, दिलीप पालीवाल, भाजपा महामंत्री बालाराम मूंढ, प्रवक्ता ललित बोथरा मौजूद रहें।