सीएम योगी ने देवीपाटन में की पूजा; वाराणसी, अयोध्या समेत यूपी के मंदिरों में पूजन शुरू

सीएम योगी ने देवीपाटन में की पूजा; वाराणसी, अयोध्या समेत यूपी के मंदिरों में पूजन शुरू

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मां विंध्यवासिनी धाम में श्रद्धालु पहुंचे रहे हैं। मंगला आरती के बाद से ही दर्शन पूजन के लिए भक्तों का रेला लगा है। मंदिर परिसर में घंट-घड़ियाल के बीच मां के जयकारे गूंज रहे हैं। मंगलवार शाम मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ लग गई थी।

मां विंध्यवासिनी मंदिर को 20 तरह के फूलों से सजाया गया है। पहले दिन 5 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर सकेंगे। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चैत्र नवरात्रि पर देवीपाटन मंदिर में मां पाटेश्वरी का दर्शन-पूजन किया।

चार स्वरूपों में होती है माता की आरती

विंध्य पर्वत पर विराजमान आदि शक्ति माता विंध्यवासिनी की महिमा अपरंपार है। माता विंध्यवासिनी का धाम मणिद्वीप के नाम से फेमस है। यहां आदि शक्ति माता विंध्यवासिनी अपने पूरे शरीर के साथ विराजमान हैं, जबकि देश के अन्य शक्तिपीठों में सती के शरीर का एक-एक अंग गिरा है। ऋषियों मुनियों के लिए सिद्धपीठ आदिकाल से सिद्धि पाने के लिए तपस्थली रहा है।

पंडित शशिकांत मालवीय ने बताया कि माता की चार स्वरूपों में आरती की जाएगी। इसमें प्रात: काल, दोपहर, सायं काल और रात्रि काल में आरती की जाती है। प्रात: काल में बाल अवस्था, दोपहर में युवा अवस्था, सायं काल में प्रौढ़ अवस्था और रात्रिकाल में वृद्धा अवस्था में पूजन किया जाता है।

विदेशी फूलों से सजा मां विंध्यवासिनी धाम

मिर्जापुर में चैत्र नवरात्रि पर विंध्याचल त्रिकोण पथ पर विराजमान माता विंध्यवासिनी, अष्टभुजा और महाकाली धाम को थाईलैंड, स्विट्जरलैंड और न्यूजीलैंड के एथनियम, आरगेट, जेजी, विभिन्न रंग के गुलाब, लिली और गुलदावदी आदि फूलों से सजवाया गया है। नवरात्रि के दौरान माता विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श पर रोक है।

बलरामपुर : सीएम ने पाटेश्वरी मंदिर में किया पूजन

बलरामपुर में स्थित 51 शक्तिपीठों में एक देवीपाटन मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मां के दर्शन करने पहुंचे। सीएम ने देवीपाटन मंदिर में मां पाटेश्वरी देवी के दर्शन एवं पूजा अर्चना की। इस दौरान सीएम ने गोशाला में गायों को गुड़ भी खिलाया। यहां सुबह से ही भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। नवरात्रि के अवसर पर दूर-दूर से भक्त अपनी अरदास लेकर मां के दरबार में दर्शन के लिये पहुंच रहे हैं।

वाराणसी : शैलपुत्री के दरबार में जयकारों की गूंज

चैत्र नवरात्र के पहले दिन वाराणसी में आदिशक्ति मां दुर्गा के मंदिरों में भक्तों की लंबी-लंबी कतारे लगीं हैं। पहले दिन व्रतियां और भक्त गण मां दुर्गा के पहले स्वरूप और हिमालय की बेटी माता शैलपुत्री का ध्यान-भजन कर रहे हैं। वाराणसी में वरुणा नदी के किनारे अलईपुर स्थित माता शैलपुत्री के मंदिर भक्तों की भीड़ है। पूरा मंदिर परिसर शेरोवाली के जयघोष से गूंज उठा है। वहीं, दुर्गाकुंड मंदिर से लेकर अन्नपूर्णा देवी तक सुबह 5 बजे से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी है।

अयोध्या : रामायण कालीन देवी मां के पूजन को आस्था उमड़ी

अयोध्या स्थित रामायण कालीन देवी मां के मंदिर से लेकर वैष्णव मंदिर में सुबह से ही पूजा-अर्चना हो रहा है। कलश स्थापना के साथ नौ दिवसीय अनुष्ठान का श्री गणेश हो गया है। भक्त सुबह से ही मां का पूजन कर सुख-समृद्धि की कामना कर रहे है। अयोध्या में माता सीता की कुलदेवी छोटी देवकाली मंदिर में नवरात्र दिनों में मां के का पूजन के लिए भक्तों का जन-सैलाब उमड़ता है। मंदिर में श्रद्धालु दर्शन करते है। इन्हें नगर देवी सर्वमंगला पार्वती माता गौरी के रूप में भक्त पूजते है।

मेरठ: काली माता मंदिर में नवरात्र पूजन के लिए पहुंच भक्त

चैत्र नवरात्र के शुभारंभ के साथ ही मेरठ के देवी मंदिरों में भक्तों की लंबी लाइन लगी हैं। पहले नवरात्र के दिन माता के भक्त पूजन, अर्चन के लिए मंदिरों में पहुंचे। जैसे ही पट खुले तो भक्तों ने जयकारों के साथ देवी माता का पूजन कर प्रसाद चढ़ाया। लोगों ने काली मंदिर में माता का पूजन किया।

अब एक बार फिर आपको विन्ध्यवासिनी देवी के मंदिर परिसर में लेकर चलते हैं...

नवरात्र मेला, राज्य स्तरीय मेला घोषित

प्रदेश सरकार ने 2018 में नवरात्र मेला को राज्य स्तरीय मेला घोषित किया है। मेले में सुरक्षा के लिए भारी संख्या में पुलिस बल के साथ ही अतिरिक्त यातायात पुलिस, फायर मैन, PॉAC (फ्लड कंपनी), SDRF, NDRF , गुण्डा दमन दल, एन्टी चैन स्नैचर स्क्वाड, फायर टेन्डर, क्रेन, सीसीटीवी व ड्रोन कैमरा से निगरानी का प्रबंध किया गया है।

विंध्याचल धाम में ले सकेंगे सेल्फी

विंध्याचल में स्थित अमरावती चौराहा पर केंद्रीय मंत्री ने सेल्फी पाइंट का भी उद्घाटन किया। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि ईस्ट से होकर देशांतर रेखा मिर्जापुर से होकर गुजरता है। उतर प्रदेश के मिर्जापुर जिले से ही इंडियन स्टैंडर्ड टाइम तय किया जाता है। इस जगह पर सेल्फी पाइंट बनाया गया है। देश और दुनिया के कोने कोने से जो लोग यहां पर आते है, इंडियन स्टैंडर्ड टाइम के बारे जो उत्सुकता रखते है। यहां आकर एक सेल्फी ले सकते है।

काशी की तर्ज पर विंध्याचल धाम में तैयार हो रहा कॉरिडोर

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर विंध्याचल धाम का निर्माण चल रहा है। राम मंदिर से पहले विंध्याचल कॉरिडोर बनकर तैयार हो जाएगा। दिसंबर से भक्त मां विंध्यवासनी का दिव्य दर्शन कर सकेंगे। संकरी गलियों को तोड़कर मां के दरबार को भव्य रूप दिया जा रहा है। इसके लिए 400 कारीगर दिन-रात काम कर रहे हैं। मंदिर के चारों तरफ 50 फीट चौड़ा 4 परिक्रमा पथ बनाया जा रहा है। बीच में माता का गर्भगृह रहेगा। परिक्रमा पथों की लंबाई 100-200 मीटर होगी। मंदिर निर्माण के लिए 331 करोड़ का बजट तय है।

गुलाबी पत्थरों से चमकेगा दरबार

विंध्यधाम में मिर्जापुर के अहरौरा के गुलाबी पत्थरों का उपयोग किया जा रहा है। पत्थर की शिलाओं को राजस्थान भेजा जा रहा है। जयपुर में इन्हें तराशने के बाद वापस लाया जाता है। इन नक्काशीदार पत्थरों ने पिलर की शोभा बढ़ा दी है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को गंगा में रो-रो बोट (जहाज) सेवा के जरिए से विंध्याचल कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा।


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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