पावर कॉर्पोरेशन हड़ताल के बाद अब इंजीनियर और कर्मचारियों पर सख्ती करने जा रहा है। अब वह विभाग इंजीनियर और कर्मचारियों की प्रॉपर्टी की जांच करेगा। इसमें आय से ज्यादा संपत्ति मिलने पर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की कार्रवाई की जाएगी। बताया जा रहा है कि इसमें ज्यादातर पहले उन लोगों की जांच होगी जो कि हड़ताल में शामिल थे। सूत्रों का कहना है कि चेयरमैन ने सबको टारगेट करने का प्लान किया है।
दरअसल, विभाग को हर साल इंजीनियर और कर्मचारी अपनी प्रॉपर्टी का ब्योरा देते हैं। अब इसका वैरिफिकेशन कराया जाता है। पहले ही विभाग के 9 इंजीनियर इस मामले में फंसे है। हालांकि दो साल से ज्यादा होने के बाद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि वह अपने रसूख का इस्तेमाल कर फाइल दबा चुके हैं। इस मामले में चेयरमैन एम देवराज भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं।
सतर्कता विभाग तेज करेगा जांच
अब हड़ताल का नेतृत्व करने वालों का सतर्कता विभाग जांच करेगा। ताकि भ्रष्टाचार के आरोपितों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की जा सके। आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच के कारण इंजीनियरों के प्रमोशन पर भी रोक लगाई गई थी। पिछले एक साल में विभाग में भ्रष्टाचार के आरोप में करीब 50 से ज्यादा लोगों को नौकरी को हटाया जा सका।
इनकम टैक्स करेगा मदद
इनकम टैक्स विभाग इस मामले में बिजली विभाग की मदद करेगा। कम समय में ज्यादा संपत्ति बनाने वालों पर विभाग की खास नजर है। पड़ताल के दायरे में इंजीनियरों और कर्मचारियों द्वारा रिश्तेदार और करीबियों के नाम पर खरीदी गई संपत्ति को भी लाया जाएगा। बताया जा रहा है कि अभी तक करीब 200 से ज्यादा लोगों की सूची बनाई गई है। इसमें जेई संगठन ,अभियंता संघ और कर्मचारी संगठनों के नेता शामिल है।