नई दिल्ली: क्रिकेट की दुनिया में कई ओपनर हुए हैं लेकिन वीरेंद्र सहवाग का खौफ गेंदबाजों के चेहरे पर दिखता था. टेस्ट क्रिकेट को भी भारतीय दिग्गज ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से रोमांचक बना दिया था. सहवाग ने सोमवार (20 मार्च) को चौपाल कार्यक्रम में बचपन का एक ऐसा किस्सा सुनाया जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. नजफगढ़ के नवाब ने बताया कि बचपन में जिनके साथ खेला करते थे उनके बारे में कई बुरी खबर सुनने को मिली थी.
भारत की तरफ से 100 से ज्यादा टेस्ट और 250 से ज्यादा वनडे मैच खेलने वाले विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग बेखौफ अंदाज के लिए जाने जाते हैं. खेल के दौरान और मैदान के बाहर भी वो अपने मन की करते हैं. सोमवार 20 मार्च को चौपाल कार्यक्रम में उन्होंने बचपन का अपना एक ऐसा किस्सा सुनाया जिसने उनको डरा दिया था.
शाम को साथ खेले, सुबह मार दी गई गोली
सहवाग ने चौपाल कार्यक्रम में बताया कि उनका जन्म नजफगढ़ में हुआ है. अब इस जगह की छवि अच्छी हो गई है लेकिन एक वक्त यहां काफी घटनाएं हुआ करती थी. बचपन में खेलने के चक्कर में किसी बात की फिक्र नहीं होती थी तो जो साथ आता था मैच खेल लिया करते थे. फिर यूं हुआ पता चला जिनके साथ हम शाम को मैच खेलकर लौटे अगले दिन उनके बारे में पता चलता था घटना के शिकार हो गए.
सहवाग चौपाल ने बताया कि जिन बच्चों के साथ मैच में खेला करते थे अगली सुबह खबर मिलती थी वो किसी घटना में शामिल थे. कई बार पता चलता था उस बच्चे की लाश मिली है. तो कभी सुनने को मिलता था किसी ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. ऐसी खबरों से हम डर गए थे और फिर जो खेलने आता था उसके माता पिता का नाम घर सब पूछा करते थे. उन लोगों से दूरी बनानी भी शुरू कर दी थी. नजफगढ़ के उन इलाकों से ही दूर रहने लगे.