बिजली कर्मचारियों के बाद अब राज्य और शिक्षक संगठन भी सरकार को घरेंगे। हालांकि उनकी मांग सिर्फ पुरानी पेंशन को लेकर है। सोमवार को बैठक में तय किया गया है कि मानसून सत्र तक हर महीने की 21 तारीख को पूरे देश में जिला स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा। जबकि 21 जून को प्रदेश सरकार का घेराव भी किया जाएगा।
पुरानी पेंशन को लेकर ऑल इंडिया स्तर पर मोर्चे की तैयारी की गई है। रेलवे मेंस यूनियन के शिव गोपाल मिश्रा के नेतृत्व में देश के सभी बड़े संगठन आंदोलन में शामिल हैं। ऐसे में इसको राष्ट्रीय पैमाने पर बड़ा आंदोलन बनाया जा रहा है। यूपी में भी सभी बड़े संगठन इस आंदोलन में शामिल हैं।
21 मार्च को जनपद मुख्यालयों पर बड़ा प्रदर्शन
लखनऊ में केडी सिंह स्टेडियम स्थित बीएन तिवारी के स्मारक पर दोपहर 3 बजे से प्रदर्शन शुरू होगा। इसमें आन्दोलन को धार देने के लिए रेलवे, डाक, आयकर, पासपोर्ट, आकाशवाणी, दूरदर्शन, के साथ लेकर राज्य कर्मचारी संगठनों में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, कलेक्ट्रेट मिनिस्टीरियल एसोसिएशन, डिप्लोमा इंजीनियिर्स महासंघ, उघान, सिंचाई, परिवहन, कोषागार, निबंधन, लोकनिर्माण विभाग, कृषि, मण्डी, प्रदूषण नियंत्रण, कर्मचारी राज्य बीमा निगम, अल्प बचत, रजिस्ट्रार चिटफण्ड, श्रम, शिक्षा, राजस्व, ग्राम विकास, ग्राम पंचायत, सफाई कर्मचारी, आईटीआई, बाल विकास पुष्टाहार, खाद्य रसद, सहित सैकड़ों विभाग के लोग शामिल होंगे।
21 जून को लखनऊ में होगा शक्ति प्रदर्शन
लखनऊ में 21 जून को कर्मचारी संगठन ईको गार्डन पर प्रदर्शन करेंगे। इसमें उनकी तरफ से शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा। करीब पूरे प्रदेश से एक लाख से ज्यादा कर्मचारी आंदोलन में शामिल होंगे। कर्मचारी नेता हरिकिशोर तिवारी ने बताया कि नई पेंशन योजना वापस लेने एवं पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के बैनर तले राष्ट्र व्यापी आन्दोलन का निर्णय लिया जा चुका है।
यूपी में केन्द्रीय कर्मचारी संगठन रेलवे के आरके पाण्डेय, परिषद से हरिकिशोर तिवारी, शिवबरन सिंह यादव ने बताया कि नई पेंशन योजना धोखा है। अब जो कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं उसमें किसी को चार तो किसी को पांच हजार रुपए का वेतन मिल रहा है।
इसी वजह से परिणाम स्वरूप एक राष्टव्यापी मंच का गठन कर पुरानी पेंशन बहाली के लिए एक निर्णायक आन्दोलन की शुरूआत की जा रही है। पोस्टल आर्डर के शत्रुहन यादव ने पुरानी पेंशन के मामले में सरकार का ध्यान आकृषित कराते हुए कहा कि कर्मचारी शिक्षक समाज को हर हाल में पुरानी पेंशन बहाली चाहिए।