आजकल ज्यादातर लोग लैपटॉप या डेस्कटॉप पर ही काम करते हैं. इनमें से लगभग सभी लोग कम्प्यूटर को ऑन करते ही होम स्क्रीन पर Refresh ऑप्शन पर क्लिक करने लगते हैं. इसके बाद लोग F5 Key को प्रेस करने लगते हैं. मान के चलिए 99 प्रतिशत लगभग यही सोचते हैं कि इससे सिस्टम की परफॉर्मेंस बेहतर हो जाती है. लेकिन, सच क्या है? आइए जानते हैं.
ज्यादातर लोग ये सोचते हैं कि कम्प्यूटर ऑन करने के बाद होम स्क्रीन पर आकर Refresh करने या F5 बटन दबाने से रैम फ्री हो जाता है या ये किसी मैजिक की तरह सिस्टम को फास्ट बना देता है. कुछ लोग ये भी सोचते हैं कि इससे सिस्टम की परफॉर्मेंस बढ़ जाती है.
लेकिन, आपको जानकार हैरानी होगी कि होम स्क्रीन पर रिफ्रेश ऑप्शन पर क्लिक करने से ऐसा कुछ भी नहीं होता है. तो अब आपके मन में सवाल होगा कि आखिर फिर ये होता किस काम के लिए है
तो जवाब है कि दरअसल डेस्कटॉप यानी होम स्क्रीन खुद अपने आप में एक फोल्डर होता है. ऐसे में जब आप इसे रिफ्रेश करते हैं तब ये फोल्डर को लेटेस्ट इंफॉर्मेशन के साथ शो करता है
उदाहरण के तौर पर बात करें कि जैसे आपने होम स्क्रीन पर काफी फोल्डर्स को अल्फाबेटिक ऑर्डर से Rename किया. लेकिन फोल्डर वैसे अरेंज नहीं हुए तो रिफ्रेश करते ही आपको नया ऑर्डर दिखने लगेगा.
इसी तरह अगर आपने किसी एक फोल्डर में कोई बदलाव किया हो या कोई शॉर्टकट क्रिएट किया हो. लेकिन, अगर ये कंटेंट न दिखाई दे तो रिफ्रेश से आपका काम हो जाएगा. अगर आप होम स्क्रीन में वॉलपेपर भी सेट करें तो न दिखने पर रिफ्रेश का इस्तेमाल कर सकते हैं