गोरखपुर: टीका लगने के बाद तीसरे नवजात की भी मौत

गोरखपुर: टीका लगने के बाद तीसरे नवजात की भी मौत

गोरखपुर में टीका लगने के बाद बीमार तीसरे मासूम की भी शुक्रवार को मौत हो गई। दरअसल, BRD मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने अपने प्राइवेट अस्पताल ग्रीनलैंड हॉस्पिटल में 5 मार्च को तीन नवजातों को टीका लगाया था।

वैक्सीन लगते ही तीनों मासूमों का शरीर नीला पड़ गया। डॉक्टर ने आनन-फानन में तीनों को BRD मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। लेकिन, एक मासूम की 5 मार्च को तो दूसरे की 12 मार्च को मौत हो गई। शुक्रवार यानी 17 मार्च को इलाज के दौरान तीसरे मासूम ने भी दम तोड़ दिया।

वैक्सीन के रिएक्शन के बाद से नवजात पिछले 12 दिन से मेडिकल कॉलेज में जिंदगी की जंग लड़ रहा था। मासूम की मौत की सूचना के बाद पुलिस भी हरकत में आ गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलने पर डॉक्टर पर दर्ज पहले केस में इस मामले को भी बढ़ाया जाएगा।

डॉक्टर पर दर्ज है FIR, अस्पताल भी हो चुका है सील

घटना के बाद मासूम के परिजनों ने डॉ. सुधीर गुप्ता पर लापरवाही बरतने और अस्पताल प्रशासन पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया है। हालांकि, पहले दो मासूमों की मौत के मामले में डॉक्टर पर गैर इरादतन हत्या का केस भी दर्ज किया गया है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्रीनलैंड हॉस्पिटल को पहले ही सील कर चुकी है।

4 मार्च को हुई थी डिलीवरी

राप्तीनगर फेज फोर के रहने वाले विनीत सिंह की पत्नी की डिलीवरी ग्रीनलैंड हॉस्पिटल में 4 मार्च को हुई। अगले दिन नवजात को दो अन्य बच्चों के साथ ओरल पोलियो वैक्सीन, BCG और हेपेटाइटिस का टीका लगा। टीका लगने के बाद रिएक्शन हो गया। तीनों का शरीर नीला पड़ गया। हालत बिगड़ते ही डॉक्टर ने तीनों बच्चों को इलाज के लिए BRD मेडिकल कॉलेज के बालरोग विभाग के नियोनेटल इंटेसिव केयर यूनिट (NICU) में भर्ती किया गया।

12 दिन से जिंदगी की जंग लड़ रहा था मासूम

5 मार्च से ही मासूम का इलाज चल रहा था। मासूम ने 12 दिन तक जिंदगी के लिए जंग लड़ी। इस दौरान जिले के कुछ प्रतिष्ठित प्राइवेट डॉक्टरों से भी परिजनों ने परामर्श लिया। हालांकि उनकी यह पहल भी मासूम की जान नहीं बचा सकी। शुक्रवार की शाम को BRD प्रशासन ने मासूम को मृत घोषित कर दिया। BRD प्रशासन के साथ ही परिजनों ने भी इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। उसका पोस्टमॉर्टम शनिवार को होगा।

अब आइए जानते हैं, क्या है पूरा मामला...?

BRD के डॉक्टर चलाते हैं प्राइवेट अस्पताल

दरअसल, ग्रीनलैंड हॉस्पिटल BRD मेडिकल कॉलेज के गायनी विभाग के डॉक्टर सुधीर गुप्ता है। हालांकि, अस्पताल का रजिस्ट्रेशन उन्होंने किसी महिला के नाम से करा रखा है। अस्पताल डॉक्टर सुधीर गुप्ता के भाई डॉ. डीके गुप्ता चलाते हैं। लेकिन, डॉ. सुधीर गुप्ता भी यहां प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं। बच्चे की डिलीवरी भी डॉ. सुधीर गुप्ता ने ही कराया था। डॉ. सुधीर पर ही तीनों मासूमों के ​परिजनों ने गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया है।

12 दिन में पूरी नहीं हो सकी CMO की जांच

घटना के बाद CMO डॉ. आशुतोष दुबे ने 5 सदस्यीय जांच टीम गठित किया है। बीते 12 मार्च को अस्पताल को सील कर दिया है। मामले में डॉ सुधीर गुप्ता और अस्पताल के सहयोगियों पर गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा भी दर्ज हुआ है। लेकिन, घटना के 12 दिन बीत जाने के बाद CMO की टीम अभी जांच पूरी नहीं कर सकी है। उधर, परिवार का आरोप है कि उन्हें शुरू से ही मामले को मैनेज करने की सलाह दी जा रही है।


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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