तुम लोग इतनी बड़ी हो गई और अभी तक पिया और मुहब्बत का अर्थ भी नही पता ?
मैडम जी हमारे उर्दू टीचर हमसे मुहब्बत और पिया का अर्थ पूछते हैं और कई बार हाथ खींचकर पकड़ लेते हैं, कभी गले लगाते और गोद में बैठाने का प्रयास करते हैं। ये शर्मनाक आरोप कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय टोडरपुर की छात्राओं ने अपने उर्दू अध्यापक पर तब लगाए जब शिकायतों के आने पर बुधवार रात निरीक्षण करने विद्यालय पहुंची थी खंड शिक्षा अधिकारी । ऐसा शर्मनाक मामला तब सामने आया जब ये कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय एक महिला विधायक और उच्चशिक्षा मंत्री के ही विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है ।
लगातार मिल रही शिकायतों के बाद निरीक्षण करने स्कूल पहुंची खण्ड शिक्षा अधिकारी को छात्राओं ने डरते हुए अकेले में बताया कि उनके उर्दू अध्यापक मुजीब खान उनसे कभी मुहब्बत तो कभी पिया जैसे शब्दों का अर्थ पूछते हैं और लाज से चुप हो जाने पर गलत तरीके से छूते हैं। उर्दू अध्यापक उनसे कभी कहते कि राम कृष्ण भगवान नहीं हैं तो कभी गोद मे बैठाने की कोशिश करते हैं ।
इस मामले में बीईओ शालिनी गुप्ता ने बताया कि उन्होंने फोन पर ही बीएसए को सूचना देते हुए गुरुवार को लिखित आख्या भी दे दी है और उर्दू अध्यापक मुजीब खां का विद्यालय में प्रवेश रोक दिया है।
इस शर्मनाक मामले को जिलाधिकारी एमपी सिंह ने गंभीरता से लिया है। डीएम ने एसडीएम सडीला आईएएस दिव्या मिश्रा के नेतृत्व में महिला अधिकारियों की जांच टीम बनाई है, जिसमें जिला दिव्यागजन सशक्तीकरण अधिकारी ऋचा गुप्ता और क्षेत्राधिकारी हरियावा शिल्पी कुमारी को रखा गया है। तीनों महिला अधिकारी खुद छात्राओं से बात करेंगी और उनकी आख्या के आधार पर जिलाधिकारी की तरफ से कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले को लेकर उच्चशिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी से बात की गई तो उन्होंने काफी रोष जताते हुए कहा कि हमारा देश गुरु और शिष्य की अत्यंत ही संस्कारित परंपराओं वाला रहा है , ऐसी कुत्सित मानसिकता वाले लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए , पूरे प्रकरण की जांच कराकर वो दोषी उर्दू अध्यापक को विधि सम्मत कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगी।