बुलंदशहर के साथ-साथ पूरे प्रदेश में बदायूं का भाजपा विधायक बनकर ठगी करने वाला व डीएम सहित पुलिस अधिकारियों पर रूतबा जमाने वाला व्यक्ति डिबाई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया है। शातिर व्यक्ति पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को फोन करके लंबे समय तक हड़काता रहा और लोगों से ठगी करता रहा।
मामला बुलंदशहर के डिबाई थाना क्षेत्र का है। डिबाई पुलिस ने फर्जी विधायक बनकर पुलिस एवं प्रशासनिक अफसरों को फोन कर रौब जमाने वाले शातिर को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। डिबाई प्रभारी निरीक्षक छोटे सिंह ने बताया कि शातिर आरोपी संजय ओझा खुद को भाजपा का बिल्सी विधायक बताकर पुलिस एवं प्रशासनिक अफसरों पर रौब जमाता था। इतना ही नहीं संजय ओझा ने फर्जी डिप्टी कमांडेंट भूपेंद्र सिंह के साथ मिलकर भोले भाले युवकों से नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों की ठगी की थी।
थानेदार से लेकर डीजीपी को देता था हड़का
भाजपा का विधायक बताकर शातिर संजय ओझा ने इतनी हदें पार कर दीं कि उसने थानेदार से लेकर डीजीपी और गृह सचिव तक को हड़काया। जिसके बाद धीरे-धीरे शासन स्तरीय अधिकारियों को भी शक हुआ और फिर कई दिनों तक जांच पड़ताल और पुलिस आईटी सेल की पड़ताल के बाद कथित विधायक को पकड़ा गया है।
पुलिस के नाम पर लिए थे 15 लाख
अभियुक्त संजय ओझा द्वारा भूपेंद्र सिंह के विरुद्ध होने वाली कार्रवाई को रोकने तथा उसके विरुद्ध अभियोग पंजीकृत न होने देने व अभियोग लिखे जाने पर अंतिम रिपोर्ट लगवाने के लिए पुलिस के नाम पर 15 लाख रुपए अभियुक्त भूपेंद्र सिंह से लेने की भी स्वीकारोक्ति की गई है। इसके अतिरिक्त आरोपी संजय ओझा अपने आप को जनपद बदायूं के बिल्सी विधानसभा का बीजेपी का विधायक बताकर पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को फोन कर उनके क्षेत्र से संबंधित प्रकरण में रौब जमा कर दबाव बनाने का प्रयास करता था।
डीएम-एसपी से लेकर डीजीपी तक को हड़काया
बदायूं का भाजपा विधायक बताने वाले शातिर संजय ओझा ने फर्जी विधायक बनकर कई प्रकरणों में जिलाधिकारी अलीगढ़, एसएसपी अलीगढ़, एसपी सिटी मथुरा, प्रभारी निरीक्षक खुर्जा नगर, प्रभारी निरीक्षक रामघाट, थाना प्रभारी सिविल लाइन अलीगढ़, गृह सचिव उत्तर प्रदेश, डीजीपी उत्तर प्रदेश, एडीजी प्रयागराज सहित अन्य अधिकारियों से फर्जी विधायक बनकर बात भी की गई है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।