पावर कॉर्पोरेशन बिल जमा करनवाने और रेवेन्यू बढ़ाने के लिए ओटीएस योजना लागू करने जा रहा है। पांच किलोवॉट तक के उपभोक्ताओं के बीच यह योजना शुरू होगी। उम्मीद है कि 15 मार्च तक उसे लागू किया जाएगा। पावर कॉर्पोरेशन घरेलू, ग्रामीण, कॉमर्शियल उपभोक्ताओं के लिए यह योजना लाएगा।
बताया जा रहा है कि वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले रेवेन्यू बढ़ाने के लिए यह योजना लाने की तैयारी है। इसमें एक बार फिर से सरचार्ज में 100 फीसदी की छूट दी जाएगी। इस दौरान प्रदेश के करीब दो करोड़ से ज्यादा उपभोक्ता इस योजना से सीधे जुड़ सकते है। पिछली बार ओटीएस योजना का लाभ बहुत सारे उपभोक्ताओं ने नहीं लिया था। ऐसे में इसको एक बार फिर से लागू किया जा रहा है।
23 हजार करोड़ का बकाया
पावर कॉर्पोरेशन करीब 96 हजार करोड़ रुपए के घाटे में है। जबकि घरेलू उपभोक्ताओं का 23 हजार करोड़ रुपए का बकाया है। इसमें बड़े और छोटे दोनों श्रेणी के कस्टमर है। इसके अलावा किसानों का करीब 4500 करोड़ रुपए का बकाया है। जबकि वाणिज्यिक उपभोक्ताओं का करीब 3600 करोड़ रुपए का बकाया है।
कम होगा कॉर्पोरेशन का घाटा
अगर ओटीएस से पैसा आता है तो पावर कॉर्पोरेशन का घाटा होगा। इसके अलावा घरेलू, ग्रामीण और कॉमर्शियल उपभोक्ताओं को भी सरचार्ज में 100 प्रतिशत की छूट मिलेगी। इसस उनका बिजली का बिल करीब 30 फीसदी तक कम होगा। पिछले दो साल से कॉर्पोरेशन से ओटीएस योजना ला रहा है।
उपभोक्ता परिषद की तरफ से उठी मांग
ओटीएस योजना लागू करने की मांग राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद की तरफ से उठाई गई है। परिषद अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि ओटीएस शुरू होने से पावर कॉर्पोरेशन को कम समय में राजस्व में बढ़ोतरी होगी। दलील है कि पैसा आता है तो गर्मी में बिजली खरीदने में परेशानी होगी।