उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर साबिर के भाई जाकिर का शव गुरुवार को कौशांबी में एक सरसों के खेत में मिला। हाथ-पैर पर चोट के निशान हैं। जबकि कनपटी और एड़ियों में ब्लैक स्पॉट है। यही नहीं, पेट का आधा हिस्सा भी गायब है। जाकिर के शव की पहचान उसकी बहन गुड़िया ने की है।
CO सिराथू डॉ. केजी सिंह ने बताया, गुरुवार देर शाम ग्रामीणों ने महमदपुर गांव में एक शव मिलने की सूचना दी। शव की शिनाख्त जाकिर के तौर पर हुई। शव संदिग्ध हालत में था, जिसे जानवर नोंच रहे थे। हाथ-पैर में गंभीर चोट के निशान मिले हैं। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट में मौत के कारणों का सही पता चल पाएगा। आस-पास लगे CCTV की जांच की जा रही है। 3 टीमों का गठन किया गया है। वह इस मामले की जांच कर रही है।
बहन के घर में छिपकर रह रहा था जाकिर
जाकिर का जहां शव मिला है। उससे 7 किमी. दूर बलीपुर गांव में उसकी बहन गुड़िया का घर है। यह पूरा इलाका गंगा कछार का है। भास्कर रिपोर्टर जाकिर की बहन गुड़िया के घर पहुंचा। वहां बहन ने बात नहीं की। वह घर के अंदर चली गई। वहीं, जीजा अकरम ने भी पहले बात करने से इंकार कर दिया। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि इस बारे में उनको कोई बात नहीं करनी है। सब खत्म हो गया।
जाकिर कब आया था? इस सवाल पर अकरम ने बताया कि 20 फरवरी को आया था। 4-5 दिन गांव में थे। उसके बाद कहां गए? कुछ नहीं पता। उमेश पाल हत्याकांड से जुड़ा होने के चलते मुहल्ले के लोगों ने भी इस बारे में कोई बात नहीं की।
4-5 दिन पहले बहन के घर से लापता था
गांव में चर्चा है कि 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड के बाद जाकिर छिपकर बहन के घर में रह रहा था। उसको डर था कि भाई साबिर से जुड़ी पूछताछ के लिए पुलिस उसे उठा सकती है। वह बहन के घर और आसपास के इलाके में छिपता रहता था। 4-5 दिन पहले लापता हो गया था। गांव के एक बुजुर्ग ने भास्कर रिपोर्टर को नाम न छापने की शर्त पर बताया कि 4-5 दिन पहले ही उन्होंने जाकिर को गांव में देखा था। इसके बार वह कहां गया? कुछ पता नहीं है।
4 महीने पहले ही जमानत पर छूटकर आया था
ग्रामीणों के मुताबिक, जाकिर को कोई बीमारी थी, वह कई दिनों से बीमार भी था। प्रयागराज के मरियाडी गांव का रहने वाला जाकिर 2014 यानी 8 साल पहले पत्नी की मौत मामले में जेल गया था। जमानत पर 4 महीने पहले छूटकर गांव पहुंचा था। उमेश पाल हत्याकांड में भाई साबिर का नाम आने के बाद जाकिर फरार हो गया था। शूटर साबिर पर पुलिस ने ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। वह प्रयागराज शूटआउट के बाद से फरार था। उसकी तलाश में STF समेत प्रयागराज पुलिस की कई टीम जुटी थीं।
44 सेकेंड में उमेश पाल हत्याकांड दिया था अंजाम
प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके 2 गनर की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उमेश के गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी थी। बदमाशों ने इस हत्याकांड को 44 सेकेंड में अंजाम दिया था। उमेश और एक गनर की मौके पर मौत हुई। जबकि एक गनर की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।